JEE Mains: पिता लगाते हैं चाट का ठेला, बेटे ने हासिल किए 99.91 परसेंटाइल
गोरखपुर। गोरखपुर के बशारतपुर में रहने वाले विजय गुप्ता चाट का ठेला लगाकर परिवार का गुजारा करते हैं। विजय के बेटे विवेक कुमार गुप्ता ने जेईई मेंस परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 99.91 परसेंटाइल हासिल किया है। विवेक को हाईस्कूल में 95.6 प्रतिशत अंक मिले थे। रिजल्ट देखकर जितनी खुशी विवेक को हुई, उससे कहीं ज्यादा खुशी उसके माता-पिता को हुई। विजय गुप्ता ने ख्वाहिश थी कि वह बेटे को पढ़ाकर इंजीनियर बनाएं। इसके लिए उन्होंने आर्थिक तंगी को भी आड़े नहीं आने दिया। न दिन देखा न रात, बस काम किया। कर्ज भी लिया, लेकिन विवेक की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दी। विवेक अब जेईई एडवांस की तैयारी में जुट गए हैं। उनका कहना है कि उनका लक्ष्य आईआईटी में पढ़ने का है।
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बचपन से ही मेधावी है विवेक
मूल रूप से बिहार के रहने वाले विजय गुप्ता गोरखपुर के बशारतपुर में किराए के मकान में रहते हैं। विजय गुप्ता बशारतपुर में ही चाट का ठेला लगाते हैं। इसी से उनके परिवार का खर्च चलता है। विजय ने बचपन में ही अपने छोटे बेटे विवेक की मेधा को भांपकर उसे इंजीनियर बनाने की ठान ली। बेटे को इंजीनियर बनाने के लिए उन्होंने मेहनत की। न धूप देखी न बारिश। न भूख न प्यार बस काम करते रहे और विवेक की पढ़ाई के लिए पैसा जुटाते रहे। कर्ज भी लिया, लेकिन बेटे की पढ़ाई में बाधा नहीं आने दी।
मां ने कहा- बच्चों के लिए मैं अपनी सारी खुशियां त्यागने को तैयार हूं
कोरोना
महामारी
के
दौरान
लॉकडाउन
लगा
तो
विजय
का
धंधा
भी
चौपट
हो
गया,
लेकिन
उन्होंने
हिम्मत
नहीं
हारी।
विवेक
के
बड़े
भाई
धीरज
गुप्ता
ने
बताया
कि
पिता
ने
आर्थिक
तंगी
का
असर
विवेक
पर
नहीं
पड़ने
दिया।
मां
फूल
कुमारी
ने
भी
इसके
लिए
खूब
त्याग
किया।
विवेक
की
मां
ने
कहा,
'आज
मेरे
लिए
बहुत
बड़ी
खुशी
का
दिन
है।
मेरी
पूंजी
मेरे
ये
तीनो
बेटे
हैं,
तीनों
बेटे
ही
पढ़ाई
में
अव्वल
हैं।
इन
बच्चों
के
लिए
मैं
अपनी
सारी
खुशियां
त्यागने
को
तैयार
हूं।'
विवेक ने परिवार को दिया सफलता का श्रेय
बता दें, तीन भाईयों में विवेक सबसे छोटा है। भाई धीरज ने बताया कि पूरे परिवार ने विवेक के लिए बहुत त्याग किया है। उसे कभी किसी चीज की कमी नहीं होने दी। आर्थिक तंगी का असर कभी भी उसकी पढ़ाई पर नहीं आने दिया। विवेक ने अपनी इस सफलता का श्रेय पूरे परिवार को दिया। विवेक ने कहा कि उसकी इस सफलता में उसके माता-पिता के साथ मेरे बड़े भाइयों का भी बहुत बड़ा योगदान है।
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