राम मंदिर बनेगा भारत की यश व कीर्ति को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम: योगी आदित्यनाथ
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर निर्माण भारत के स्वाभिमान, सम्मान और गौरव को दुनिया के सामने रखने का अवसर दे रहा है। यह भारत की यश व कीर्ति को प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम बनेगा। यह बाते उन्होंने शनिवार को गोरखनाथ मंदिर में महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ के पुण्यतिथि समारोह के तहत आयोजित श्रीराकथा ज्ञानयज्ञ के समापन अवसर पर कही।
इस अवसर पर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा, 492 वर्षों बाद जन्मभूमि पर श्रीराम मंदिर निर्माण एक नए युग की शुरुआत है। यह भारत की यश व कीर्ति को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम बनेगा। इस यश और कीर्ति की पताका को दुनिया भर में फहराने के लिए ही महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ ने अपने जीवन का ध्येय रामजन्मभूमि मुक्ति को बनाया था। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि पुण्यतिथि समारोह के अवसर पर बीते वर्षों में भी श्रीरामकथा का आयोजन होता रहा है लेकिन तब कथा स्थल पर मौजूद लोग ही इसे सुन पाते थे।
वहीं, अब कोरोना काल में तकनीक के इस्तेमाल से इसे छह लाख लोगों ने देखा और सुना। यह चुनौती में अवसर तलाशने का विषय है। प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि यदि कोई चुनौती आए तो यह मानना चाहिए कि बहुत जल्द कुछ अच्छे कार्य भी होने वाले हैं। अच्छे कार्य की शुरुआत में कई बार बड़ी-बड़ी बाधाएं आती हैं। इससे निराश होने की जरूरत नहीं। उधर, मंदिर में 48 घंटे का अखंड रामचरितमानस का पाठ गोरखनाथ मंदिर में 4 सितंबर से चल रहा है। रविवार को 12 बजे उसकी पूर्णाहुति होगी। संपूर्ण रामायण पाठ कार्यक्रम का संयोजन गौतम पाठक एवं नित्यानंद त्रिपाठी ने किया।
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