गोंडा: फर्जी निकला मुस्लिम दंपत्ति का दावा, अब 'नरेंद्र दामोदर दास मोदी' की जगह बच्चे का रखा ये नाम
Gonda News, गोंडा। 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को मिली प्रचंड जीत के बाद मुस्लिम दंपत्ति ने अपने नवजात बच्चे का नाम पीएम नरेंद्र दामोदर दास मोदी के नाम पर रखने का दावा किया था। लेकिन ये दावा फर्जी निकला है। मीडिया के रियलिटी चेक में इस बात का खुलासा हुआ है। दरअसल मैनाज बेगम ने बच्चे को जन्म 23 मई को नहीं बल्कि 12 मई को हुआ था। लेकिन मैनाज बेगम ने जन्म की तारीख 23 मई बताई थी।
बच्चे का नाम नरेंद्र मोदी रखने का किया था दावा
मामला गोंडा जिले के तरबगंज क्षेत्र का है। यहां मोहम्मद इदरीस की बहू ने 23 मई को एक बच्चे को जन्म दिया था। अगले दिन घर में बच्चे का नाम रखने की बात चली तो प्रसूता ने ससुराल वालों को चौंका दिया। उसने अपने बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने की जिद पकड़ ली। पहले तो ससुराल वालों ने तैयार नहीं हुए, लेकिन बाद सऊदी से पति मुश्ताक अहमद का फोन आने के बाद ससुर मोहम्मद इदरीस ने बहू के फैसले को सहमती जता दी। जिसके बाद बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रख दिया गया
23 मई को नहीं, 12 मई को हुआ था जन्म
मीडिया के रियलिटी चेक में इस बात का खुलासा हुआ है कि मैनाज बेगम ने 23 मई को नवजात बच्चे को जन्म नहीं दिया था। बल्कि मैनाज बेगन ने 12 मई 12:59 मिनट पर बेटे को जन्म दिया था। वजीरगंज सीएचसी पर कार्यरत डॉ. भावना के मुताबिक 12 मई को मैनाज बेगम पत्नी मुस्ताक प्रसव के लिए सीएचसी में भर्ती हुई थी। दोपहर 12.59 बजे मैनाज ने बेटे को जन्म दिया था। जन्म के समय जच्चा बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ थे।
DM कार्यलय में दिया था शपथ पत्र
मैनाज बेगम ने डीएम के नाम एक शपथ पत्र बनवाया है। इसे ससुर मोहम्मद इदरीस ने डीएम के कैम्प कार्यालय में शुक्रवार को जमा किया है। एडीओ पंचायत घनश्याम पाण्डेय को भी शपथ पत्र दिया गया है। एडीओ पंचायत ने बताया कि शपथ पत्र मिला है। इसे बीडीओ परसापुर महरौर को भेजा गया है। परिवार रजिस्टर में नवजात बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी दर्ज हो जाएगा।
'समाज के डर से बदला बच्चे नाम'
इस बात का खुलासा होने के बाद मैनाज बेगम ने यू-टर्न ले लिया है। मैनाज की मानें तो उन्होंने समाज के डर से बच्चे का नाम बदल दिया है। मैनाज बेगम ने कहा कि मोदी के नाम पर बच्चे का नाम रखने पर उसके समाज के लोग खासे नाराज थे और उनपर नाम बदलने का दवाब बना रहे थे। उसने कहा कि रिश्तेदार बच्चे का हकीका और खतना न होने की बात कह रहे हैं। इसलिए अब उसने अल्ताफ को नरेंद्र मोदी की बजाए मोहम्मद अल्ताफ़ आलम मोदी के नाम से पुकारने की बात कही है।
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