छवि ने चार करोड़ की फिरौती के लिए किया था फोन, बोली- 'विकास दुबे मैटर जानते हो न..'
गोंडा। 24 जुलाई को गोंडा जिले के करनैलगंज कस्बे से अगवा हुए कारोबारी के 7 वर्षीय पोते नमो गुप्ता को पुलिस ने 17 घंटे बाद सकुशल बरामद कर लिया। इस दौरान चार करोड़ रुपए की फिरौती मांगने वाली एक महिला छवि पांडेय समेत पांच लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद फिरौती की रकम मांगने का एक ऑडियो भी वायरल हुआ। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम में छवि पांडेय का क्या रोल था और वह कौन है? आपको बताते हैं....
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पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार
दरअसल, इस किडनैपिंग केस में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। यूपी एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने इस बारे में मीडियो को जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि पुलिस कार्रवाई में दो बदमाश उमेश यादव और दीपू कश्यप घायल हुए हैं। तो वहीं, सूरज पांडेय, छवि पांडेय और उनके भाई राज पांडेय को गिरफ्तार किया गया है। घटना में एक ऑल्टो गाड़ी बरामद की गई है। अपराधियों से पिस्टल और दो तमंचे भी बरामद हुए हैं। घायल बदमाशों का इलाज चल रहा है।
जानिए कौन है छवि पांडेय
छवि पांडेय सूरज पांडेय की पत्नी है। छवि भी इस किडनैपिंग केस में शामिल थी। उसने ही बच्चे के कारोबारी पिता को फिरौती के लिए फोन किया था। उसने फोन करके चार करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। वह इस ऑडियो में धमकी देती हुई सुनाई दे रही थी कि पुलिस किसी की नहीं होती। उसने कानपुर के विकास दुबे का नाम भी लिया और कहा कि केस पता है न कि पुलिस किसी की नहीं होती।
कॉल रिकॉर्डिंग से पता लगा किडनैपर्स नहीं हैं प्रफेशनल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिरौती के लिए जब कारोबारी को फोन आया तो उन्होंने इस कॉल को अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया। फिरौती की कॉल रिकॉर्डिंग पुलिस को दी। पुलिस ने जब इसे सुना तो उन्हें यह स्पष्ट हो गया कि किडनैपर्स कोई प्रफेशनल नहीं हैं। छवि फोन पर कारोबारी से आप-आप करके और लहजे में बात कर रही थी। बातचीत में वह अटक भी रही थी।
छवि ने किया था नमो के पिता को फोन, सुनिए आडियो..
अपहरणकर्ता
महिला
:
हैलो,
नमो
गुप्ता
के
परिजन
:
हैलो
अपहरणकर्ता
महिला
:
आवाज
न
आ
रही
हो
तो
बताओ,
आवाज
न
आ
रही
हो
तो
बताओ,
आपका
लड़का
किडनैप
हो
चुका
है।
नमो
गुप्ता
के
परिजन
:
अच्छा,
तो
क्या
करना
पड़ेगा।
अपहरणकर्ता
महिला
:
चार
करोड़
की
व्यवस्था
करो,
हम
शाम
तक
फोन
करेगें।
ज्यादा
दिमाग
लगाने
की
कोशिश
न
करना।
जो
करोगो
हमको
सब
पता
चल
जायेगा,
ज्यादा
दिमाग
लगाने
की
कोशिश
करोगे
तो
हमे
पता
चल
जायेगा।
अभी
तक
सब
ठीक
है
वर्ना
कानपुर
वाला
मैटर
तो
जानते
हो
न..?
नमो
गुप्ता
के
परिजन
:
कौन
कानपुर
वाला..
अपहरणकर्ता
महिला
:
विकास
दूबे
वाला,
जानते
ही
हो
पुलिस
किसका
कितना
साथ
देती
है।
पुलिस
के
पास
जाना
चाहो
तो
जाओ
हमें
कुछ
नहीं
है,
मै
मना
नहीं
कर
रही
है..
बस
आपका
लड़का
आपको
नही
मिलेगा।
नमो
गुप्ता
के
परिजन
:
हमे
हमारा
लड़का
चाहिए
बस,
अपहरणकर्ता
महिला
:
तो
आपको
अपना
लड़का
चाहिए.?
दो
तीन
घंटे
बाद
मै
फोन
करूगी..
बस
हां
या
न
में
जवाब
चाहिए...
और
अगर
आपने
कुछ
भी
कदम
उठाने
की
कोशिश
की
तो
लड़के
की
उम्मीद
छोड़
दीजिए..
नमो
गुप्ता
के
परिजन
:
जी
जी...
नहीं
हम
कोई
कदम
नहीं
उठाएंगे
अपहरणकर्ता
महिला
:
जी
ठीक
है।