गंदगी फैलाई तो 10 लोगों को दिया गया ‘शर्म प्रमाण पत्र', गोण्डा में अस्पताल की अनूठी पहल, VIDEO
गोण्डा. यूपी के गोण्डा जिले में जिला महिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. ए.पी. मिश्र द्वारा अस्पताल को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए एक ऐसी पहल शुरू की गई है, जिसकी दूर-दूर तक चर्चा हो रही है। यहां हॉस्पिटल परिसर में गंदगी फैलाने पर 10 लोगों को पकड़ा गया। फिर, उन्हें सबके सामने शर्म-प्रमाण पत्र सौंपा गया, ताकि वे अपने किए पर शर्मिंदगी महसूस करें। इतना नहीं नहीं, सीएमएस द्वारा उन पर 200 रुपए का जुर्माना भी लगा दिया गया। जुर्माने की रसीद भी अदा की गई।
संवाददाता के अनुसार, जिन लोगों को शर्म-प्रमाण पत्र दिया गया, वे हॉस्पिटल परिसर में गंदगी करते पकड़े गए थे। उन पर पान-मसाला खाकर थूकने जैसे आरोप थे। बताया जाता है कि, उक्त अस्पताल परिसर में कर्मचारियों और अन्य लोगों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई। सीएमएस की ओर से यह साफ कहा गया कि चाहे हॉस्पिटल का कर्मचारी हो या फिर आम आदमी, जो भी गंदगी फैल आएगा, उसे दंडित किया जाएगा। उस पर जुर्माना लगेगा और शर्म प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
डॉ. ए.पी. मिश्र ने कहा कि ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि, लोगों को अपनी गलती का एहसास हो और आगे से हॉस्पिटल परिसर में गंदगी ना कर सकें। अस्पताल परिसर में गन्दगी फैलाते पकड़े गए 10 लोगों से 8 ने जुर्माने की रकम भर दी है। जबकि, अन्य दो लोग ऐसे थे जिनके पास तब पैसे नहीं थे। दुबारा अस्पताल में गन्दगी न फैलाने तथा क्षमा याचना करने पर सीएमएस द्वारा दो लोगों को छोड़ा गया है। अब यह स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि जो भी व्यक्ति चाहे वह अस्पताल का कर्मचारी हो अथवा मरीजों के तीमारदार हों या कोई भी व्यक्ति हो, यदि वह गन्दगी फैलाएगा तो उसे शर्म प्रमाणपत्र देने के साथ उससे जुर्माना भी वसूला जाएगा।
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