गोंडा: सीएचसी में 24 घंटे में लड़का से लड़की हुआ नवजात! अब DNA टेस्ट से होगा फैसला
Gonda News, गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के सीएचसी में प्रसव के बाद लड़के की जगह लड़की देने का मामला सामने आया है। परिजनों के शिकायत और हंगामे के बाद स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बता दें कि इस मामले में स्वास्थय विभाग ने तीन सदस्य टीम गठित की। टीम के अधिकारियों ने सीएचसी में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला और अस्पताल में पूछताछ के बाद रिपोर्ट अधिकारियों को सौंप दी है।
कर्नलगंज सीएचसी का मामला
मामला गोंडा जिले के कर्नलगंज सीएचसी का है। यहां नारायणपुर माझा गांव के रहने वाले मिथिलेश अपनी पत्नी की डिलीवरी कराने सीएचसी लेकर लाया था। सीएचसी के डॉक्टरों ने डिलवरी के लिए उसकी पत्नी को भर्ती कर लिया और कुछ घंटे बाद प्रसूता ने एक बेटे को जन्म दिया। परिजनों की मानें तो बेटा पैदा होने की एवज में अस्पताल कर्मियों ने 12 सौ रुपये भी उनसे लिए थे।
चार घंटे बाद कपड़ो से निकालने की दी सलाह
परिजनों का आरोप है कि सीएचसी कर्मियों ने बच्चे को देते हुए चार घंटे बाद बच्चे के कपड़ों से निकालने की सलाह दी गई। मिथलेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी पत्नी संगीता ने लड़के को जन्म दिया था और अस्पताल के स्टाफ नर्स ने द्वारा उस बदलकर लड़की दी गई। परिजनों ने इस बात की शिकायत जिला अस्पताल के सीएमओ और पुलिस से की।
DNA टेस्ट का लिया गया फैसला
सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर सुरेश चंद्रा ने मामले की जांच करने के लिए टीम गठित की। जिसकी जांच रिपोर्ट उन्हें देर रात को मिल गई। जांच अधिकारी डॉ. सुनील सिंह ने आरोपी एवं पीड़ित पक्षों के साथ वहां मौजूद अन्य कर्मचारियों के बयान लिए और जांच रिपोर्ट सौंप दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने परिवार द्वारा लागाए गए आरोप एवं जांच रिपोर्ट का संलग्न करते हुए अपनी तरफ से नवजात का डीएनए टेस्ट कराने का सुझाव दिया है। वहीं, करनैलगंज कोतवावी के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह द्वारा की गई जांच के बाद बच्चे का डीएनए परीक्षण कराने की संस्तुति की गई है।
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