सीएम योगी ने गोंडा में 300 बेड के कोविड अस्पताल का किया उद्घाटन, कहा- यूपी बना देश का सर्वाधिक कोरोना जांच करने वाला राज्य
गोंडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोंडा के जिला अस्पताल में 300 बेड के डेडीकेटेड कोविड-19 अस्पताल का शुभारंभ किया। उन्होंने कोरोना को मात देने में गोंडा की भूमिका को अहम बताया। प्रदेश में नोएडा के बाद गोंडा में कोविड अस्पताल की सौगात मिली है। इसके साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब देवीपाटन मंडल में तीन मेडिकल कॉलेज होंगे। उन्होंने बहराइच में संचालित किए गए मेडिकल कॉलेज का हवाला देते हुए कहा कि बलरामपुर में केजीएमयू के सेटेलाइट सेंटर को भी मेडिकल कालेज का दर्जा मिलेगा। इसके अलावा जल्द ही गोंडा के मेडिकल कालेज का निर्माण शुरू होगा। इससे आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य की सुविधाएं और अच्छे ढंग से मुहैया हो सकेंगी।
Recommended Video
सीएम ने बताया क्यों अहमियत रखता है गोंडा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछड़े क्षेत्रों को विकसित करने की मुहिम में देवीपाटन मंडल के तीन जनपद बलरामपुर, श्रावस्ती व बहराइच शामिल हैं। नीति आयोग के निर्देशन में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि,कौशल विकास, रोजगार सृजन समेत कई योजनाओं का संचालन इन जिलों में करके उन्हें विकसित किया जा रहा है। इन तीनों जिलों का मुख्यालय गोंडा है इसलिए यह जनपद काफी अहमियत रखता है।
सीएम ने कहा- देश में सर्वाधिक कोरोना जांच करने वाला प्रदेश बना यूपी
सीएम ने कहा कि गोंडा कोविड 19 अस्पताल में 17 वेंटीलेटर बेड हैं, इनका जल्द ही विस्तार करेंगे, जिससे आम लोगों को इलाज की बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि मार्च में सिर्फ एक टेस्टिंग लैब प्रदेश में था और 60 जांचें हो पा रही थीं। मौजूदा समय में 200 टेस्टिंग लैब संचालित हैं, जिसमें 36 आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब हैं। हर जिले अस्पताल में ट्रूनेट मशीन और एंटीजेन किट से जांच की सुविधा मुहैया कराकर प्रतिदिन एक 1.40 लाख जांच का रिकॉर्ड बनाया है। देश में यह सर्वाधिक जांच करने वाला प्रदेश बन चुका है।
मौसमी बुखार न समझें, विधिवत जांच कराएं
आम लोगों की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए हेल्थ इन्फ्रास्टक्चर कम समय में ही किया गया है। उन्होंने कोरोना को जड़ से खत्म करने के लिए सर्विलांस पर जोर देते हुए कहा कि हल्की से जुकाम बुखार को भी गंभीरता से लिया जाए। लोगों को जागरुक किया जाए कि वे इसे मौसमी न मानें, अपनी विधिवत जांच कराएं। जांच के दायरे में अनिवार्य रूप से बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं व दस साल के छोटे बच्चों में हल्का सा लक्षण देखने पर भी लाने को कहा।
यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह कोरोना संक्रमित, खुद ट्वीट कर दी जानकारी