'हनुमान को दलित' बताने वाले बयान पर BJP MP ने ली चुटकी, कहा- बिना मेरी परमिशन के हनुमानजी कहीं जा नहीं पाते
गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में स्थित नंदिनी नगर महाविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ और कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह पहुंचे थे। इस दौरान सांसद ने सीएम योगी के हनुमान को दलित बताने वाले बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि, इस समय हनुमानजी की हर तरफ चर्चा हो रही है। उन्होंने पहलवानों को हनुमान जी की सेना बताते हुए कहा कि, ये हनुमान जी की सेना है और अगर मैं उस समय अध्यक्ष होता तो बिना मेरी अनुमति के हनुमान जी कहीं जा नहीं पाते।
हनुमान
ताकत
से
विपक्षियों
में
घबराहट
इस
दौरान
सीएम
योगी
ने
पहलवानों
और
स्थानीय
लोगों
को
संबोधित
करते
हुए
कहा
कि
नियमित
और
संयमित
जीवन
जीने
से
बजरंगी
की
ताकत
आती
है।
इसी
बजरंगी
ताकत
से
लोगों
में
घबराहट
दिखाई
दे
रही
है।
सीएम
ने
पहलवानों
को
कुश्ती
के
चार
दांव
भीमसैनी,
हनुमंती,
जामवंती
और
जरासंधी
के
बारे
में
बताया।
आदिवासी
थे
हनुमानजी
बता
दें
कि,
बीते
गुरुवार
को
अनुसूचित
जनजाति
के
अध्यक्ष
नंदकुमार
साय
ने
कहा
था
कि,
जनजाति
में
हनुमान
गौत्र
होता
है
इसलिए
हनुमान
आदिवासी
थे
और
वो
हमारे
हनुमान
हैं।
क्योंकि
वो
अनुसूचित
जनजाति
की
तरह
ही
जंगलों
में
रहते
थे
इसलिए
व
अनुसूचित
जनजाति
के
थे।
आर्य
थे
हनुमानजी
इसी
के
साथ
ही
केंद्रीय
मंत्री
ने
पलटवार
करते
हुए
कहा
था
कि,
भगवान
राम
और
हनुमान
के
युग
में
जाति
व्यवस्था
नहीं,
वर्ण
व्यवस्था
थी।
हनुमान
जी
दलित
नहीं
आर्य
थे।
दलित,
शोषित
व
वंचित
शब्द
आधुनिक
नामकरण
हैं।
जब
उसने
पूछा
गया
कि
राहुल
गांधी
भी
आर्य
हैं
क्या?
जवाब
में
मंत्री
ने
कहा
कि
जो
भारत
की
संस्कृति
व
सभ्यता
में
विश्वास
करते
हैं,
वे
सभी
आर्य
हैं।
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