गोंडा: दो नेताओं के निष्कासन के बाद बसपा के 71 पदाधिकारी व सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा
गोंडा। बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक रमेश गौतम व लोकसभा और विधानसभा कटरा से प्रत्याशी रहे मसूद आलम खान को पार्टी ने मंगलवार को निष्कासित कर दिया था। दोनों नेताओं ने बसपा को गरीब व किसान विरोधी बताते हुए बुधवार को अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व लोकसभा व विधानसभा प्रत्याशी मसूद आलम का ने कहा जिला अध्यक्ष की तरफ से दोनों नेताओं के निष्कासन का एक पत्र जारी हुआ। हम लोगों का कसूर सिर्फ इतना था कि 14 दिसंबर को किसानों की एक रैली थी, जिसमें कुछ किसानों के साथ हम अपने आवास पर उपवास के लिए बैठ गए। पूर्व विधायक वर्तमान में देवीपाटन मंडल व बस्ती के कोऑर्डिनेटर रमेश गौतम को भी बुला लिया।
जिला अध्यक्ष द्वारा निष्कासन का जो कारण बताया गया उसमें कहा गया है कि पार्टी ने किसानों के साथ उपवास पर बैठने के लिए नहीं कहा था। हालांकि, इन दोनों नेताओं के निष्कासन के बाद पार्टी में घमासान मचा गया है। पूर्व विधायक के निष्कासन के विरोध में पार्टी के 71 पदाधिकारियों व सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बसपा से त्यागपत्र दे दिया है। पूर्व विधायक रमेश गौतम व मसूद आलम खां ने बसपा को किसान विरोधी पार्टी बताते हुए कहा है कि किसान आंदोलन का समर्थन करने और किसानों के साथ उपवास पर बैठने के चलते उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया है।
पूर्व विधायक ने कहा कि वह पिछले 30 वर्षों से बसपा के सक्रिय सदस्य रहे हैं, लेकिन कभी भी उन्होंने पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर काम नहीं किया। अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाए जाने से वह बेहद आहत हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि पार्टी का एक कोआर्डिनेटर दलाली कर रहा है और वह पूरी पार्टी को खत्म कर देना चाहता है। वहीं, पूर्व ब्लाक प्रमुख व लोकसभा प्रत्याशी रहे मसूद आलम खां ने भी बसपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन का समर्थन करने पर उन्हें यह दंड मिला है, लेकिन वह आगे भी गरीबों, पीड़ितों व किसानों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। वहीं, इन दोनों नेताओं के समर्थन में पार्टी के जिलाध्यक्ष को छोड़कर बसपा की पूरी जिला यूनिट ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा कटरा विधानसभा व मनकापुर विधानसभा की पूरी इकाई ने भी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
ओवैसी की राजभर से मुलाकात पर केशव प्रसाद मौर्य का बयान, कहा- बीजेपी पर नहीं पड़ेगा कोई असर