कोरोना को खत्म करने का दावा करने वाली दवा को गोवा सरकार ने दी मंजूरी, रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा
पणजी, मई 10: बेकाबू होती कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरा देश परेशान है। रोजाना बढ़ते नए संक्रमित और मरीजों की मौत के आंकड़े हैरान कर रहे हैं। इस बीच गोवा सरकार ने सोमवार को एक नए कोविड-19 उपचार प्रोटोकॉल को मंजूरी दे दी। कोरोना के खतरे को कम करने के लिए सावंत सरकार ने कोविड मरीजों के इलाज में काम आने वाली आइवरमेक्टिन दवा के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। हाल ही शोधकर्ताओं इस दवा को लेकर दावा किया है कि इसके उपयोग से कोरोना वायरस के खतरे को बेअसर किया जा सकता है।
गोवा सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोविड -19 संक्रमण को रोकने के लिए आइवरमेक्टिन दवा की पांच गोलियां लेने की सिफारिश की है, जिससे कोरोना संक्रमण के दौरान होने वाला फीवर गंभीर ना हो पाए। दरअसल, तेज या फिर हल्का बुखार कोरोना वायरस से मुख्य लक्षणों में गिना जाता है।
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आइवरमेक्टिन दवा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि चाहे कोविड के लक्षण हों या नहीं सभी लोगों को लेनी चाहिए। वहीं कहा कि इस दवा का यूज प्रिवेंटिव क्योर यानी बचाव के तौर पर किया जा सकता है।
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राणे के मुताबिक नए कोविड -19 उपचार प्रोटोकॉल का समर्थन करने वाला गोवा देश का पहला राज्य होगा। हालांकि, यह कोविड -19 संक्रमण को नहीं रोकता है, लेकिन रोग की गंभीरता को कम करने में मदद करता है। उन्होंने बताया कि आइवरमेक्टिन 12 एमजी दवा का सेवन 5 दिनों तक करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यूके, इटली, स्पेन और जापान के एक्सपर्ट्स ने इस दवा को डेथ रेट कम करने में कारगर बताया है।