Goa election: BJP को एक दिन में दो झटके, फिर एक नए सर्वे का रुझान क्या कहता है ? जानिए
पणजी, 10 जनवरी: भारतीय जनता पार्टी ने गोवा में पांच साल पहले बहुत ही मुश्किल से सत्ता हासिल की थी। अब विधानसभा चुनावों की घोषणा हो गई है तो उसे झटके पर झटके लग रहे हैं। सोमवार के उसके दो विधायकों, जिनमें से एक कद्दावर मंत्री थे, उन्होंने ना सिर्फ विधायकी छोड़ी है, बल्कि पार्टी से भी अलग हो गए हैं। इससे पहले भी दो बीजेपी विधायक पार्टी से निकल चुके हैं। लेकिन, इन झटकों के बीच चुनाव से पहले का एक ताजा सर्वे आया है, जो कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहा है।

गोवा में बीजेपी को लगे दो बड़े झटके
गोवा में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को सोमवार को दो-दो बड़े चुनावी झटके लगे हैं। पहले तो मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत सरकार में मंत्री माइकल लोबो ने ना सिर्फ मंत्री पद छोड़ दिया, बल्कि विधायिकी और भाजपा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। फिर मायेम से पार्टी विधायक प्रवीण जांटे ने भी एमएलए पद छोड़ दिया। इस तरह से विधानसभा चुनावों से पहले अबतक कुल चार बीजेपी विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि सोमवार को इस्तीफा देने वाले दोनों नेता कांग्रेस का हाथ पकड़ने वाले हैं। इससे पहले बीजेपी के दो और विधायकों कार्लोज अल्मेडिया और एलिना सालदना भी त्याग पत्र देकर बीजेपी की मौजूदा सरकार से कन्नी काट चुके हैं।

'6 सीटों को प्रभावित कर सकते हैं लोबो'
गोवा की राजनीति को जानने वालों को पता है कि भारतीय सियासत में 'आया राम, गया राम' वाला मुहावरा अरब सागर के किनारे पर बसे इस राज्य में ही सबसे अच्छी तरह फिट बैठता है। वैसे गोवा की राजनीति पर अच्छी पकड़ का दावा करने वाले वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सारदेसाई का ध्यान भी भाजपा को लगे झटके ने अपनी ओर खींचा है। उन्होंने ट्विटर पर लोबो के इस्तीफे के बाद लिखा, 'गोवा में कांग्रेस को बड़ी सफतला: बीजेपी के शक्तिशाली मंत्री माइकल लोबो ने इस्तीफा दिया और कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं। 6 सीटों को प्रभावित कर सकते हैं। अपनी सरपंच पत्नी डेलियाह के लिए भी टिकट मांग रहे थे, लेकिन बीजेपी ने मना कर दिया। वह तीसरे कैथोलिक एमएलए हैं, जिन्होंने बीजेपी छोड़ी है। गोवा में चुनावी मुकाबला और कड़ा हो गया है। '

लालच और स्वार्थ के एजेंडे में कुछ लोग गए- मुख्यमंत्री
हालांकि, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत दावा कर रहे हैं कि लालच और स्वार्थ का एजेंडा पूरा करने के लिए कुछ लोगों के पार्टी से जाने से सुशासन के एजेंडे पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि भारतीय जनता पार्टी एक बड़ा परिवार है, जो मातृभूमि की सेवा पूरी निष्ठा के साथ करती रहेगी। उन्होंने लिखा है, 'गोवा के लोग एक दशक से बीजेपी के सुशासन और विकास के मॉडल को देख रहे हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि वह हमें सेवा के लिए एक और मौका देंगे। जय हिंद, जय गोवा।'

ओपिनियन पोल में बीजेपी को गोवा में बढ़त
इस बीच अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाउ ने सोमवार को चुनाव से पहले गोवा एक नया ओपिनियन पोल दिखाया है। इस सर्वे के मुताबिक गोवा की 40 सीटों में से बीजेपी को 17 से 21, कांग्रेस को 4 से 6 आम आदमी पार्टी को 8 से 11 और अन्य को 3 से पांच सीटें मिल सकती हैं। 16 से 30 दिसंबर,2021 के आखिरी में हुए इस पोल के मुताबिक राज्य में बीजेपी को 29.50%, आम आदमी पार्टी को 27.80%, कांग्रेस को 18.56%, महाराष्ट्रवादी गोवांतक पार्टी को 5.08%, टीएमसी को 1.05%, आरजी को 8.98% और अन्य को 9.03% वोट मिल सकते हैं। गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए एक ही चरण में 14 फरवरी को वोटिंग होगी और 10 मार्च को पांचों राज्यों के साथ नतीजे घोषित किए जाएंगे।