Olive Ridley: समुद्र में छोड़े गए कछुओं के 6000 से ज्यादा बच्चे, गोवा के मंत्री ने बताई वजह
पणजी। समुद्री कछुओं की प्रजाति "ओलिव रिडले" गोवा के समुद्र के तटों पर भी नजर आ रही है। यहां चार समुद्र तटों पर हजारों कछुए मौजूद हैं, और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। राज्य के मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि, इस साल गोवा में करीब 6,500 ओलिव रिडले कछुओं को समुद्र तट के बिलों से पकड़कर समुद्र में छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि, इन दुर्लभ प्रजाति के कछुओं के संरक्षण के लिए सरकार प्रयासरत है।

भारत में आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और गोवा ऐसे राज्य हैं, जहां इस साल बड़ी संख्या ओलिव रिडले कछुए समुद्र तटों पर देखे गए हैं। उन्हें कोई खतरा न हो, इसके लिए उनके अंडे व बच्चों का भी संरक्षण किया जा रहा है। गोवा में विभिन्न स्थलों से अब तक 6500 ओलिव रिडले की हैचलिंग हो चुकी है, उन्हें सुरक्षित रूप से समुद्र में पहुंचाया गया है।

गोवा के वन मंत्री विश्वजीत राणे का कहना है कि, हमारी सरकार की ओर से कछुआ संरक्षण कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट किया, "ओलिव रिडले कछुओं ने इस साल गोवा में लगभग 6500 बच्चों को जन्म दिया है। ऑलिव रिडले कछुए उन पांच समुद्री कछुओं में से एक हैं, जो नवंबर से अप्रैल तक समुद्र तटों पर आते हैं और अंडे देते हैं।"
वन विभाग इन कछुओं के अंडों की रक्षा और संरक्षण के लिए खासा-प्रबंधन कर रहा है। वनअधिकारियों के मुताबिक, एक तट पर इस वर्ष 89 कछुओं ने बिल बनाकर अंडे दिए। जिनसे लगभग 6500 बच्चे हुए, उन्हें सफलतापूर्वक समुद्र में छोड़ा गया है। जिन इलाकों में ये कछुए पाए गए, वो हैं- उत्तरी गोवा में मोरजिम और मंड्रेम, दक्षिण गोवा में अगोंडा और गलगीबाग।