पति से झगड़ा करने के बाद पत्नी ने उठाया ऐसा खौफनाक कदम, कांप गई लोगों की रूह
गाजीपुर में पति से झगड़ा करके पत्नी ने तीन बच्चों को दे दिया जहर, दो बेटों की हुई मौत और बेटी की हालत गंभीर
गाजीपुर, 15 अगस्त: गाजीपुर जिले से खौफनाक मामला सामने आया है। यहां ढढनी भानमल राय गांव में एक मां ने अपने तीन बच्चों को जहर दे दिया। जानकारी होने के बाद परिजनों ने अस्पताल ले गए जहां दो बेटों की मौत हो गई, जबकि बेटी की हालत गंभीर बताई जा रही है। बेटी की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया है। बताया जा रहा है कि पारिवारिक झगड़े के चलते महिला द्वारा यह खौफनाक कदम उठाया गया। मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा चल रही है।
पति दिल्ली में रहकर करता है नौकरी
गाजीपुर जिले के सुहवल थाना क्षेत्र के ढढनी गांव के रहने वाले लालजी यादव की बेटी सुनीता की शादी रेवतीपुर थाना क्षेत्र के साइत बांध गांव के रहने वाले बालेश्वर यादव के साथ हुई थी। शादी के बाद दोनों को 4 बच्चे हुए जिसमें तीन बेटे और एक बेटी है। बालेश्वर यादव वर्तमान समय में दिल्ली में रखकर प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है, जबकि उसकी पत्नी घर पर ही बच्चों और परिवार के साथ रहती है।
एक सप्ताह पूर्व बच्चों को लेकर आई थी मायके
सुनीता अपने पति से फोन पर बातचीत करती थी एक सप्ताह पूर्व दोनों में विवाद हो गया। विवाद के बाद सुनीता अपने बेटे हिमांशु यादव उर्फ बबलू (10), पीयूष यादव (8) बेटी सुप्रिया यादव (5) और दिव्यांशु यादव (3) को लेकर मायके चली आई। बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह में सुनीता की मां उसके छोटे बेटे दिव्यांशु को लेकर खेत में चली गई। घर पर बच्चों के साथ सुनीता मौजूद थी और चाय में सल्फास मिलाकर तीनों बच्चों को पिला दिया।
जिला अस्पताल में दोनों बेटों की हुई मौत
सल्फास खाने के बाद जब उसके बच्चे उल्टी करने लगे तो परिवार वालों को जानकारी मिली। सुनीता को डांटते हुए लोग तीनों बच्चों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां इलाज के दौरान पहले पीयूष की मौत हो गई। उसके थोड़ी ही देर बाद बड़े बेटे हिमांशु यादव की भी मौत हो गई। इलाज के दौरान स्थिति में सुधार न होने के चलते बेटी सुप्रिया यादव को वाराणसी बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।
नानी के साथ जाने के चलते बच गया छोटा बेटा
स्थानीय लोगों के अनुसार छोटा बेटा दिव्यांशु यादव अपनी नानी के साथ खेत में चला गया था जिसके चलते वह बच गया। यदि वह घर पर रहता तो सुनीता उसे भी सल्फास दे दी होती। इस घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चा चल रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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