लॉटरी फ्रॉड की रकम पाकिस्तान भेजने वाले प्रकाश और धीरूद्दीन को UP ATS ने किया गिरफ्तार
गाजियाबाद। पाकिस्तानी हैंडलरों के निर्देश पर काम करने वाले दो शातिर ठगों को यूपी एटीएस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। गाजियाबाद से गिरफ्तार किए गए दोनों शख्स फर्जी लॉटरी के धंधे में लिप्त थे और उसका पैसा पाकिस्तान भेज रहे थे। दोनों अभियुक्तों प्रकाश उर्फ जय प्रकाश रूहेला और धीरूद्दीन के विरुद्ध एटीएस के लखनऊ थाने में आईपीसी की धारा 420, 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही इनके पास से 32 एटीएम कार्ड, पांच बैंकों की पासबुक और तीन बैंकों की चेकबुक बरमाद हुई है।
ऐसे
करते
थे
ठगी
एटीएस
के
एडीजी
डीके
ठाकुर
ने
मीडिया
को
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि
पाकिस्तान
में
बैठे
जालसाज
भारत
में
लोगों
को
सोशल
मीडिया
के
जरिए
लॉटरी
की
बड़ी
रकम
या
गाड़ी
निकलने
का
झांसा
देते
थे।
जो
लोग
उनकी
जाल
में
फंस
जाते
थे
उन्हें
विभिन्न
खर्चों
के
नाम
पर
भारतीय
खातों
में
पैसे
जमा
कराते
थे।
जिन
खातों
में
पैसे
जमा
कराए
जाते
थे
उसकी
व्यवस्था
जय
प्रकाश
और
धीरुद्यीन
करते
थे।
टेरर
फंडिंग
का
शक
एडीजी
डीके
ठाकुर
ने
बताया
कि
यह
दोनों
पाकिस्तान
के
हैंडलर
मामू,
नजीर
और
असगर
के
लगातार
संपर्क
में
थे।
इसके
अलावा
सात
अन्य
पाकिस्तानी
हैंडलर
भी
इनके
संपर्क
में
थे।
शुरुआती
पड़ताल
में
12
खातों
के
बारे
में
जानकारी
हुई
है,
जिनसे
20
लाख
रुपए
पाकिस्तान
भेजे
जाने
की
पुष्टि
हुई
है।
इन
पैसों
का
टेरर
फंडिंग
में
भी
इस्तेमाल
होने
का
शक
है।
पहले
भी
जा
चुके
है
जेल
ठाकुर
ने
बताया
कि
गिरफ्तार
किया
गया
जय
प्रकाश
वर्ष
2013
में
भी
लॉटरी
फ्राड
में
ही
उत्तराखंड
के
रुड़की
से
जेल
जा
चुका
है।
धीरूद्यीन
चौधरी
भी
तीन
मुकदमों
में
जेल
की
हवा
खा
चुका
है।
वह
पूर्व
में
मुजफ्फरनगर
में
हुई
डकैती
और
एक
व्यक्ति
की
हत्या
के
मामले
में,
बागपत
से
हत्या
के
मामले
में
और
उत्तराखंड
के
रुड़की
से
टायर
लूट
के
मामले
में
जेल
जा
चुका
है।
इन
दोनों
के
खिलाफ
एटीएस
थाने
में
विभिन्न
धाराओं
में
मुकदमा
पंजीकृत
किया
गया
है।