जिस कॉलेज में शहीद विनोद कुमार ने की थी पढ़ाई, वहीं होगी अंतिम विदाई
Ghaziabad News, गाजियाबाद। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर समेत चार जवान शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में आतंकियों से लोहा लेते हुए यूपी के गाजियाबाद निवासी विनोद कुमार भी शहीद हो गए। उनकी शहादत की खबर जब गांव पहुंची तो परिजनों में कोहराम मच गया। शहीद के परिजनों की मानें तो विनोद ने पतला कॉलेज से पढ़ाई की थी। इसलिए गांववालों ने कॉलेज के ही ग्राउंड पर अंतिम संस्कार करवाने का निर्णय लिया है।
शुक्रवार को पहुंची शहादत की खबर
सीआरपीएफ की 92वीं बटालियन में तैनात मोदीनगर के विनोद कुमार जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। उनके भाई राजेंद्र ने बताया कि शुक्रवार को रात 9 के आसपास विनोद की शहादत की सूचमा मिली थी। उनकी शहादत की खबर गांव में पहुंचते ही कोहराम मच गया। बता दें कि विनोद कुमार 1 जनवरी को एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे।
पार्थिव शरीर पहुंचा गांव
तहसीलदार ने बताया कि रविवार की सुबह विनोद कुमार का पार्थिव शरीर गांव पहुंच गया है। उनका अंतिम संस्कार पतला इंटर कॉलेज में किया जाएगा। बता दें कि शहीद के अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए जिलाधिकारी, नेता और दूर-दूर से लोग पहुंच गए है। लोग एक बार उनके पार्थिव शरीर को छुने और देखने के लिए घर के बाहर लाइन लगाकर खड़े।
2004 में जॉइन की थी सीआरपीएफ
कुपवाड़ा के हंदवाड़ा में आंतकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए विनोद कुमार ने 2004 में सीआरपीएफ जॉइन की थी। पिछले डेढ़ वर्ष से वह कुपवाड़ा जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। बता दें कि उनकी शादी 2007 में बुलंदशहर के शिकारपुर निवासी नीतू के साथ हुई थी।
सीएम ने की 25-25 लाख रुपये देने की घोषणा
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा एनकाउंटर में अपनी जान गंवाने वाले राज्य के दो सीआरपीएफ कर्मियों- विनोद कुमार और श्याम यादव के परिजनों को 25-25 लाख रुपये और सरकार की नौकरी देने की घोषणा की।