बेटी के लिए कानपुर के मेडिकल कॉलेज में सीट खरीद रही शिक्षिका से धोखाधड़ी, 30 लाख रुपये की लग गई चपत
गाजियाबाद । दिल्ली के एक निजी स्कूल की शिक्षिका से कानपुर के विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में केंद्र सरकार के कोटे से मेडिकल कॉलेज में उसकी बेटी को एमबीबीएस की सीट दिलाने के बहाने एक गिरोह ने कथित तौर पर 30 लाख रुपये से अधिक की ठगी की है। अपनी पुलिस शिकायत में, सेक्टर 9 द्वारका की रहने वाली शिक्षिका ने दावा किया कि धोखेबाजों ने किसी तरह उनकी बेटी का मोबाइल फोन नंबर प्राप्त किया, जो 2021 में NEET के लिए उपस्थित हुई थी और उसे सरकारी गणेश शंकर में मेडिकल सीट दिलाने की पेशकश की।

आरोपितों ने मां-बेटी को लगातार फोन किया और वैशाली के सेक्टर-9 स्थित कॉमर्शियल बिल्डिंग क्लाउड 9 में आकाश सिंह नाम के युवक से मुलाकात करने को कहा। शिक्षिका ने बताया कि आरोपित 5 मार्च को उनको कॉलेज ले गए और वहां स्थित एक कमरे में ले गया, जहां उनके ही गैंग का सदस्य केके गुप्ता बनकर मिला। इसके बाद आरोपित ने बताया कि केके गुप्ता उत्तर प्रदेश के मेडिकल शिक्षा के डायरेक्टर-जनरल हैं और उन्होंने इस बात पर भरोसा कर लिया। फिर कुछ ही दिनों में आरोपितों को शिक्षिका ने 20 लाख रुपये दे दिये।
इसके कुछ दिन बाद क्लाउड 9 ऑफिस से शिक्षिका को एडमीशन लेटर लेने के लिए फोन किया गया। फिर शिक्षिका ऑफिस पहुंची और वहां उन्होंने एडमिशन लेटर ले लिया और बाकी के 10 लाख रुपये दे दिया। इसके अलावा आरोपितों ने शिक्षिका से कथित तौर पर हुए एडमीशन के दौरान अन्य खर्च को जोड़कर 38 हजार 500 रुपये का चेक ले लिया।
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शिक्षिका को ठगी का पता तब चला जब वह कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए पहुंची। वहां करीब 20 और लोग थे, जिनके साथ यह ठगी हुई है। शिक्षिका ने बताया कि आरोपितों के फोन बंद आ रहे हैं। वहीं गाजियाबाद स्थित इंदिरापुरम के सर्किल ऑफिसर अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि उन्हें मामले को लेकर शिकायत मिली है और जांच की जा रही है।