अक्षय सांगवान हत्याकांड: भाई दीपेंद्र की हत्या का बदला लेने के लिए बहन रूबी ने दी थी छह लाख की सुपारी
गाजियाबाद। अप्रैल 2019 में हुई भाई दीपेंद्र की हत्या का बदला लेने के लिए बहन रूबी ने पति के साथ मिलकर अक्षय सांगवान की हत्या करा दी। आरोपी अक्षय सांगवान दीपेंद्र हत्याकांड के बाद जेल में था और खराब सेहत की वजह से उसे जमानत मिल गई थी। नवंबर 2019 में जेल से जमानत पर छूटकर आए अक्षय सांगवान की हत्या 24 अगस्त 2020 को गाजियाबाद के मोदीनगर की कृष्णागंज कॉलोनी में गोलियों से भूनकर की गई थी। इस मामले की छानबीन कर रही पुलिस ने नामजद आरोपी अश्विनी से बुधवार को कई घंटों तक पूछताछ की जिसके बाद मामले पर से पर्दा उठ गया। मर्डर का खुलासा करते हुए मोदीनगर एसएचओ जयकरण सिंह ने बताया कि भाई की हत्या का बदला लेने के लिए बहन ने हत्यारों को छह लाख रुपए की सुपारी दी थी।
आरोपी
अश्विनी
ने
पूछताछ
में
किया
ये
खुलासा
आरोपी
अश्विनी
ने
पुलिस
को
बताया
कि
दीपेंद्र
की
बहन
रूबी
और
जीजा
ने
अक्षय
सांगवान
की
हत्या
की
प्लानिंग
की
और
छह
लाख
की
सुपारी
दी
थी।
हत्या
के
लिए
बदमाश
दो
कारों
में
आए
थे।
अश्विनी
कृष्णागंज
कॉलोनी
स्थित
घर
से
अक्षय
सांगवान
को
बाहर
बुलाकर
ले
गया
था।
वहां
कारों
में
पहले
से
बदमाश
मौजूद
थे।
अश्विनी
ने
पहले
अक्षय
सांगवान
को
दो
गोली
मारी
और
उसके
बाद
बदमाशों
ने
उसे
गोलियों
से
छलनी
कर
दिया
था।
इसी
फायरिंग
में
एक
बदमाश
अनुराग
त्यागी
को
गोली
लगी
थी।
वहां
से
फरार
हुए
बदमाशों
ने
अनुराग
त्यागी
को
मेरठ
अस्पताल
में
भर्ती
कराया
जहां
उसकी
मौत
हो
गई
थी।
मुरादनगर
में
सुपारी
में
मिले
पैसों
का
बदमाशों
ने
बंटवारा
किया
था।
आरोपी
अश्विनी
की
निशानदेही
पर
जंगल
से
पुलिस
ने
अक्षय
सांगवान
की
हत्या
में
इस्तेमाल
की
गई
एक
कार
और
पिस्टल
की
बरामदगी
की।
अक्षय-दीपेंद्र
दोस्त
थे,
बाद
में
बने
थे
दुश्मन
अक्षय
सांगवान
पर
दीपेंद्र
की
हत्या
के
अलावा
अन्य
कई
केस
दर्ज
थे।
दीपेंद्र
और
अक्षय
पहले
दोस्त
थे
और
एक
साथ
कैंटीन
चलाते
थे।
उसी
कैंटीन
को
लेकर
हुए
विवाद
के
बाद
दोनों
दोस्त
एक
दूसरे
के
दुश्मन
बन
गए
थे।
दीपेंद्र
की
हत्या
का
आरोप
अक्षय
सांगवान
पर
लगा।
जब
वह
जमानत
पर
छूटकर
जेल
से
बाहर
निकला
तो
दीपेंद्र
की
बहन
रूबी
और
उसके
पति
विकास
ने
हत्या
करा
दी।
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