गाजियाबाद हत्या-आत्महत्या: गुलशन ने 2 साल पहले दोस्तों से कहा था सबको खत्म कर दूंगा...
गाजियाबाद। 4 दिसंबर को वैभवखंड स्थित कृष्णा अपरा सफायर सोसायटी के फ्लैट नंबर A-806 में क्या हुआ था, इसको लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं। वहीं, आसपास के लोग बंद फ्लैट को देखने के लिए सोसायटी में पहुंचे रहे है। लोगों जानना चाहते है कि आखिर ऐसा क्या हुआ, जो जींस कारोबारी गुलशन ने अपने परिवार संग आत्महत्या कर ली। वहीं, हत्या-आत्महत्या के सनसनीखेज मामले में गुलशन के दोस्तों ने नया खुलासा किया है।
2
साल
पहले
लिया
था
आत्मघाती
कदम
उठाने
का
फैसला
एनबीटी
की
खबर
के
मुताबिक,
जींस
कारोबारी
गुलशन
के
दोस्त
ने
बताया
कि
गुलशन
वासुदेव
कृष्णा
अपरा
सफायर
सोसायटी
के
जिस
फ्लैट
में
रह
रहे
थे
वह
20
हजार
रुपए
में
किराये
पर
लिया
था।
उससे
पहले
एटीएस
सोसायटी
में
वह
करीब
35
हजार
रुपए
किराए
पर
रह
रहे
थे।
दोस्तों
की
मानें
तो
धोखे
और
आर्थिक
तंगी
की
वजह
से
दो
साल
पहले
ही
गुलशन
ने
आत्मघाती
कदम
उठाने
का
फैसला
कर
लिया
था।
वहीं,
इस
मामले
में
पुलिस
ने
गुलशन
वासुदेवा
के
साढ़ू
राकेश
वर्मा
को
गिरफ्तार
कर
लिया
है।
राकेश
वर्मा
पर
2
करोड़
रुपए
की
धोखाधड़ी
का
आरोप
है।
गुलशन
वासुदेवा
ने
सुसाइड
नोट
में
राकेश
वर्मा
को
मौत
का
जिम्मेदार
ठहराया
था।
बैंक
ने
भेजा
था
नोटिस
दोस्तों
ने
बताया
कि
गुलशन
ने
दो
साल
पहले
कहा
था
कि
वह
अपने
साढू
को
नहीं
छोड़ेगा।
जब
पूछा
गया
कि
बच्चों
का
क्या
होगा,
तो
उसने
गुस्से
में
कहा
था
कि
वह
उन्हें
भी
मार
देगा।
एक
अन्य
दोस्त
ने
बताया
कि
इस
घटना
से
करीब
20
दिन
पहले
वैगनआर
कार
की
किस्त
न
देने
के
चलते
बैंक
की
तरफ
से
रिकवरी
के
लिए
नोटिस
भी
आ
रहा
था।
लोन
गारंटर
में
उनका
नाम
है,
इसलिए
नोटिस
की
कॉपी
उनके
पास
आ
रही
थी।
कच्चे
बिल
से
हुई
थी
पेमेंट
दोस्त
ने
बताया
कि
वे
गुलशन
को
हरीश
कहकर
बुलाते
थे।
उसने
अप्रैल
में
वॉट्सएप
चैटिंग
के
दैरान
बताया
था
कि
कोलकाता
की
फर्म
को
उसने
करीब
65
लाख
का
माल
बेचा
है,
लेकिन
सारी
डीलिंग
कच्चे
बिल
पर
ही
हुई
है।
अभी
तक
केवल
5
लाख
ही
रुपए
की
ही
पेमेंट
हुई
है।
इसके
चलते
वह
परेशान
था।
FSL
जांच
के
लिए
भेजा
इंजेक्शन
बता
दें
कि
गुलशन
के
बाथरूम
से
कुछ
इंजेक्शन
और
सल्फास
की
गोलियां
मिली
थीं।
पोस्टमॉर्टम
रिपोर्ट
में
इनके
इस्तेमाल
की
बात
सामने
नहीं
आईं।
ऐसे
में
पुलिस
अब
इंजेक्शन
को
जांच
के
लिए
एफएसएल
भेजेगी।