गाज़ियाबाद में 'गौरक्षों की महापंचायत': गौ-हत्यारों के खिलाफ NSA की मांग, कहा- SHO की बहाली हो
गाज़ियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद जिले में गौ-रक्षा के नाम पर गठित हुए एक संगठन की महापंचायत हुई। जहां हिंदू-वादियों ने 'गौ-हत्यारों' के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई करने की मांग की। महापंचायत में पंचों ने यह भी कहा कि, गौ-तस्करों की गिरफ्तारी के बाद निलंबित किए गए एसएचओ की बहाली भी हो। समाजवादी पार्टी के धौलाना विधायक असलम चौधरी के विरुद्ध कथित रूप से धमकी देने के आरोप में की गई कार्रवाई का भी महापंचायत में विरोध किया गया।

गाजियाबाद के लोनी के शिव मंदिर में रविवार को हुई 'गौरक्षों की महापंचायत' के रूप में हुई बैठक के दरम्यान एक समूह ने जिला प्रशासन को एक ज्ञापन भी सौंपा। वहीं, क्षेत्र में हो रही कथित गोहत्या की घटनाओं का विरोध करते हुए उन लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू करने की मांग की गई, जिन पर गायों की हत्या करने का आरोप है।
लोनी सर्कल ऑफिसर (सीओ) रजनीश गुप्ता ने कहा, "उक्त पंचायत में लगभग 50 सदस्य शामिल हुए। उन्होंने गोहत्या की घटनाओं को लेकर कुछ मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन का प्रस्ताव पारित किया गया है। हालांकि, इस घटना ने क्षेत्र में कोई कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा नहीं की।, "
बता दिया जाए कि, यहां पिछले महीने जिले में कथित तौर पर गायों की हत्या के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि, उनके पैर में एक ही जगह और समय पर गोली मारी गई थी। पुलिस कार्रवाई का नेतृत्व करने वाले लोनी पुलिस थाना के गृह अधिकारी (एसएचओ) राजेंद्र त्यागी को कथित अवज्ञा के लिए घटना के बाद तबादला कर दिया गया। फिर उन्हें निलंबित भी कर दिया गया था। इसे लेकर, प्रदर्शनकारियों ने रविवार को कहा कि पुलिसकर्मी को उसका फर्ज निभाने देना चाहिए। इसलिए उनकी बहाली की जाए।'