गुजरात के 50% जलाशयों में महज 10% पानी शेष, बारिश नहीं हुई तो इस साल भी हो सकती है बर्बादी
Gujarat News, गांधीनगर। समुद्र का नजदीकी प्रांत होने के बावजूद गुजरात में जलस्तर लगातार घट रहा है। बीते साल कम बारिश की वजह से यहां जलाशयों में पानी बहुत कम रह गया। यहां के 50% जलाशयों में महज 10% पानी बचा है। यदि इस बार भी बारिश नहीं होती है तो गर्मी के मौसम में राज्य के कई इलाकों में फिर हाहाकार मच जाएगा।
सिंचाई के लिये पानी की दिक्कते उठानी पडेंगी
राज्य के सिंचाई विभाग के अधिकारी के अनुसार, गुजरात में नर्मदा और तापी का पानी मिल सकता है, लेकिन गर्मी के मौसम में पीने के पानी का उपयोग बढ जाता है, इसलिये कृषि में सिंचाई के लिये पानी की दिक्कते उठानी पडेंगी। सरकार ने सोचा है कि नर्मदा जलाशय का पानी एक महिने के बाद पीने के लिये आरक्षित किया जायेगा।
राज्य में कुल 203 जलाशय, 113 सूख चुके
राज्य में कुल 203 जलाशय हैं, जिसके पानी से खेती होती है और वह पानी पीने के लिये भी उपयोग किया जाता है। राज्य के 113 जलाशय सुखें हो चुके हैं, जिसमें से खेती के लिये पानी नहीं मिल सकता है, क्योंकि केवल 10% पानी बचा हुआ है। अन्य 35 जलाशय हैं, जिसमें पानी नहीं है। राज्य के लिए एकमात्र सांत्वना यह है कि सरदार सरोवर जलाशय में 2018 की तुलना में वर्ष के इस समय में 8.8% अधिक पानी है। सरदार सरोवर जलाशय में अपनी 9,460 एमसीएम क्षमता के मुकाबले 4,305 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी है।
राज्य के 203 सिंचाई बांधों में जल संग्रहण
सिंचाई विभाग द्वारा जारी डैम जल भंडारण डेटा से पता चलता है कि राज्य के 203 सिंचाई बांधों में जल संग्रहण पिछले साल की तुलना में 9.57% कम है। इस वर्ष इन बांधों में केवल 5,030.30 एमसीएम पानी का स्टॉक है- जो कि उनकी 15,760 एमसीएम क्षमता के एक तिहाई के बराबर है।
इन क्षेत्रों में 173 जलाशय केवल 18% भरे हुए
एक अधिकारी ने कहा है, हर दिन औसतन 33.78 एमसीएम का पानी उपयोग किया जाता है, और गर्मियों के दृष्टिकोण से पानी का उपयोग बढ सकता है। कच्छ, सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात में स्थिति बहुत ही गंभीर है, क्योंकि इन क्षेत्रों में 173 जलाशय केवल 18% भरे हुए हैं।
दक्षिण गुजरात के 13 जलाशय
अधिकारी ने कहा कि मध्य गुजरात में स्थित 17 जलाशय, जिनकी कुल क्षमता 2,347 एमसएम है, वह केवल 56.39% भरे हुए हैं। दक्षिण गुजरात के 13 जलाशय में उनकी 8,624.78 एमसीएम क्षमता का केवल 32.94% पानी स्टोर है।
बॉर्डर पर गुजरात के आखिरी गांव के लोग बोले- पीछे हटने का सवाल ही नहीं, सेना के साथ लड़ेंगे दुश्मन से