गुजरात में 3 नाबालिग लड़कियों से दरिंदगी, गृहमंत्री बोले- त्वरित गिरफ्तारी हुईं, बलात्कारियों को कठोर दंड देंगे
गांधीनगर। गुजरात में सूरत, राजकोट और वडोदरा में नाबालिग लड़कियों से रेप के मामलों में सरकार को विपक्षी दल कोस रहे हैं। वहीं, सरकार ने अपना बचाव करते हुए कहा है कि दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की गई। राज्य के गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने दावा किया कि राज्य सरकार गुजरात में बलात्कार की घटनाओं में पॉक्सो अधिनियम और आईपीसी अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार बलात्कार के मामलों के प्रति संवेदनशील है। पुलिस को आरोपियों को पकड़ने के लिए पहले से ही आदेश दिए हुए हैं और यहां सतर्कता की वजह से बलात्कार के मामलों में काफी कमी आई है।
सूरत, राजकोट और वडोदरा में नाबालिगों से बलात्कार
संवाददाता के अनुसार, पुलिस अधिकारियों ने सूरत, राजकोट और वडोदरा में नाबालिगों के साथ बलात्कार के मामलों की तत्काल जांच के आदेश के बाद विभिन्न टीमों का गठन किया है। सूरत और राजकोट की घटनाओं में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि वड़ोदरा मामले में जांच चल रही है। गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा का कहना है कि बलात्कार की शिकार महिलाओं की सहायता के लिए विशेष पीपी प्रदान किया जाएगा।
दहेज के मामलों में 22.23 प्रतिशत की कमी आई
राज्य
सरकार
गुजरात
हाईकोर्ट
से
फास्टट्रैक
मोड
पर
सभी
मामलों
को
चलाने
के
लिए
अनुरोध
करेगी
और
साथ
ही
पेरवी
अधिकारी
को
सेवाएं
प्रदान
करेगी।
गृह
राज्य
मंत्री
ने
कहा
है
कि,
राज्य
में
बलात्कार
के
मामलों
में
पिछले
साल
की
तुलना
में
12.35
प्रतिशत
की
गिरावट
आई
है।
इसी
तरह
अपहरण
के
मामलों
में
22.66
प्रतिशत,
मृत्यु
के
मामलों
में
40.19
प्रतिशत
और
दहेज
के
मामलों
में
22.23
प्रतिशत
की
कमी
आई
है।
अहमदाबाद
शहर
की
सुरक्षा
को
मजबूत
करने
के
लिए
निर्भया
परियोजना
को
मंजूरी
दी
गई
है।
22 अलग-अलग टीमों की स्थापना की गई
सूरत
के
सलाबतपुरा
इलाके
में
सगीरा
के
साथ
उसके
सौतेले
पिता
ने
बलात्कार
किया
था।
घटना
की
जांच
के
घंटों
के
भीतर
आरोपी
को
गिरफ्तार
कर
लिया
गया
है।
आरोपी
फिलहाल
न्यायिक
हिरासत
में
है।
इसी
तरह,
वडोदरा
पुलिस
आयुक्त
के
मार्गदर्शन
में
क्राइम
ब्रांच,
एसओजी
और
स्थानीय
पुलिस
सहित
22
अलग-अलग
टीमों
की
स्थापना
करके
वडोदरा
में
हुई
घटना
की
जांच
ह्यूमन
इंटेलिजेंस
एंड
टेक्निकल
सर्विलांस
से
की
गई
है।
जबकि
वडोदरा
पुलिस
ने
3
से
अधिक
स्केच
तैयार
किए
हैं
और
आरोपी
को
पकड़ने
के
लिए
1
लाख
रुपये
के
इनाम
की
घोषणा
की
है।
जांच
में
सीसीटीवी
फुटेज,
तकनीकी
निगरानी
और
एफएसएल
मदद
भी
मांगी
जा
रही
है।
पीड़ित के परिजनों को मुआवजा कोष से सहायता
राजकोट शहर की एक लड़की को रात में अपनी झोपड़ी से उठा ले जाने के बाद दुष्कर्म की पुलिस को सूचना मिली है। राजकोट के पुलिस आयुक्त के मार्गदर्शन में जांच की हइ है। इस मामले के लिये 15 टीमों का गठन किया गया और तकनीकी निगरानी के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। बालिकाओं के लिए परामर्श सेवाओं के साथ वन-स्टॉप सेंटर प्रदान किए गए हैं। फिलहाल बच्ची का इलाज चल रहा है और उसकी तबीयत ठीक है। राज्य सरकार द्वारा सूरत, वडोदरा और राजकोट में इन तीन घटनाओं में पीड़ित मुआवजा कोष के तहत सहायता भी प्रदान की जाएगी।
बलात्कारियों को हो सकती है उम्रकैद
राज्य में पॉक्सो कानून में नाबालिगों के लिए बलात्कार के मामलों में आजीवन कारावास या उससे अधिक कारावास का प्रावधान किया गया है। इस अधिनियम के अलावा, पुलिस बलात्कार के मामले में आईपीसी की धाराओं के अनुसार कार्रवाई कर रही है। गुजरात सरकार ने दावा किया है कि, राज्य में बलात्कार की घटनाओं में कमी आयी है, फिर भी गुजरात के विभिन्न जिलो की पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिये कड़े इंतजाम कर रही है।