नर्मदा निगम ने कहा- सरदार सरोवर डैम और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 6.5 तीव्रता वाले भूकंप भी झेल लेंगे
गांधीनगर। गुजरात में सरदार सरोवर बांध के नजदीक महसूस किए गए भूकंप के झटकों के बाद सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड ने कहा है कि डरने की जरूरत नहीं है। सरदार सरोवर डैम और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 6.5 तीव्रता वाले भूकंप भी झेल सकते हैं। ऐसे हलके झटकों से नर्मदा डैम को कोई नुकसान नहीं हो सकता। इस डैम को इस तरह बनाया गया है कि ये 6.5 तीव्रता के भूकंप को भी सहन कर सकता है।
नर्मदा बांध औऱ कैनाल नेटवर्क के लिये 71000 करोड़ खर्चे
डैम की विशेषता बताते हुए निगम ने कहा, ''बांध के 18 किलोमीटर फोकल डेप्थ और बांध के 12 किलोमीटर के दायरे में ऐसी डिजाइन तैयार की गई है कि, भूकंप के तीव्र झटके भी बांध को नुकसान नहीं पहुंचा सकते। गुजरात सरकार ने नर्मदा बांध औऱ कैनाल नेटवर्क के लिये 71000 करोड़ रुपए का खर्च किया है। कैनाल नेटवर्क के बाकी कामों के लिये सरकार को 5000 करोड रुपये ज्यादा आवंटन करना होगा।
नर्मदा बांध देश का तीसरा सबसे बड़ा बांध
सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड (SSNNL) ने यह भी स्पष्ट किया है कि नर्मदा बांध को 18 किमी फोकल डेप्थ में बांध के 12 किमी के दायरे में भूकंप के साथ 6.5 तीव्रता के भूकंप के लिए डिज़ाइन किया गया है। नर्मदा बांध इंजीनियरिंग की दुनिया में प्रमुख है। नर्मदा देश की पांचवीं सबसे बड़ी 1312 किलोमीटर लंबी नदी है। नदी पर 30 बड़े बांध, 135 मध्यम बांध औऱ तीन हजार छोटे बांध है। सबसे बड़े बांध की सूची में नंबर एक पर हिमाचल प्रदेश में भाखड़ा बांध और उत्तर प्रदेश में लाखेश्वर बांध है। सरदार सरोवर नर्मदा बांध देश का तीसरा सबसे बड़ा बांध है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भी भूकंप प्रूफ है
इस क्षेत्र में हाल ही में हुए 3.1 तीव्रता के भूकंप के सबंध में निगम ने कहा कि, भूकंप का केंद्र सरदार सरोवर बांध से 13.5 किलोमीटर की गहराइ के साथ बांध से 53 किलोमीटर दूर था। निगमनी नोट में कहा गया कि, 18 जुलाई को हुए झटके में सुरक्षा के सर्वोत्तम मानकों के साथ बनाए गए बांध को प्रभावित करने की क्षमता नहीं थी। नर्मदा के बांध के पास बनाया गया स्टैच्यू आॅफ यूनिटी भी भूकंप प्रूफ है।
180 किलोमीटर की गति वाली आंधी भी झेल लेगी मूर्ति
निगम के एक अधिकारी ने कहा कि, नर्मदा बांध की जब रचना हुई थी तब भूकंप के परिमाणों पर भी विचार किया गया था, वैसे ही स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिये भी विचार किया गया है। भूकंप के 6.5 तीव्रता के झटके को भी यह स्टेच्यु सहन कर सकता है। इसके अलावा 180 किलोमीटर की गति से चलने वाली हवायें भी स्टेच्यू आॅफ यूनिटी को नुकसान नहीं कर सकती है। बांध और स्टैच्यू दोनों का निर्माण सुरक्षित किया गया है।