ताइवान की 7 कंपनियां करेंगी गुजरात में निवेश, जानिए कैसे पनपेगा यहां ऑटो हब
gujarat business news , गांधीनगर। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (Vibrant Gujarat Global Summit 2019) के दौरान गुजरात में रासायनिक और ऑटोमोबाइल सेक्टर में इन्वेस्टमेंट के बड़े कोटे का ऐलान होने के बाद बहुत-सी विदेशी कंपनियां प्रोजेक्ट्स में जुटी हुई हैं। यहां अब ताइवान की कंपनियों ने ऑटो हब के लिए अपने प्रोजेक्ट्स शुरू करने की हामी भरी है। इसके लिए वहां की 7 कंपनियां ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेश (Investment) कर रही हैं।
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, ताइवान की इन कंपनियों में सेई ग्रुप, रोलर किंग एंटरप्राइज और काओ मिंग मशीनरी लिमिटेड शामिल हैं। अप्रैल के अंत में सभी 7 कंपनियों के प्रतिनिधियों के गुजरात का दौरा करने की संभावना है। इन कंपनियों में से अधिकांश मशीन टूल्स निर्माता हैं। गुजरात में आ चुके इन कंपनियों के प्रतिनिधि ऑटो-कंपोनेंट निर्माताओं और ऑटोमोबाइल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माताओं के साथ बातचीत करेंगे, जो पहले से ही राज्य में मौजूद हैं। इसके अलावा, वे साणंद, विट्ठलपुर और हांसलपुर में ऑटोमोबाइल विनिर्माण संयंत्रों का भी दौरा करेंगे।
राज्य सरकार के उद्योग अधिकारी का मानना है कि गुजरात में ताइवान स्थित कंपनियों के प्रवेश से प्रौद्योगिकी के मामले में गुजरात में विनिर्माण क्षेत्र में सुधार होगा और यहां ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए एक प्रमुख बढ़ावा होगा। गुजरात टाटा मोटर्स और फोर्ड इंडिया सहित कई ऑटोमोबाइल विनिर्माण दिग्गजों का घर है, जिनके पास यात्री वाहन निर्माण के लिए सानंद में संयंत्र हैं। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स इंडिया (HMSI) लिमिटेड और हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड दुपहिया वाहन निर्माण विठ्ठलापुर में करने वाले हैं। इस के कारण ऑटो कंपोनेंट सेक्टर में भारी निवेश हुआ है।
मैक्सिस टायर्स के साथ-साथ चीन सिंथेटिक रबर कॉरपोरेशन जैसी ताइवान की कंपनियों ने पहले ही गुजरात में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश किए हैं। इन आॅटो सेक्टर की कंपनियों के साथ गुजरात आॅटो हब की तरफ आगे बढ रहा है।
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