गुजरात में राज्यसभा के लिए कांग्रेस को फिर क्रॉस वोटिंग का भय, अल्पेश ठाकोर बोले- जीतेगी तो भाजपा ही
Gujarat News in hindi, गांधीनगर। गुजरात में कांग्रेस का फिर माथा ठनकने लगा है। दरअसल, प्रदेश कांग्रेस नेताओं का मानना है कि राज्यसभा के लिए कांग्रेस के विधायकों को सत्ताधारी भाजपा द्वारा क्रॉस वोटिंग के लिये एक बार फिर बहकाया जा सकता है। राज्य में राज्यसभा की दो सीटों को बचाने के लिये भाजपा ने कांग्रेस के विधायकों से संपर्क शुरू किया है। भाजपा को अपनी दो सीटों को बचाने के लिये कांग्रेस के 19 विधायकों की आवश्यकता है।
छोटू वसावा को छोड़नी पड़ गई थी पार्टी
गुजरात में जब पिछले राज्यसभा के चुनाव हुए थे तब कांग्रेस के अहमद पटेल को हराने के लिये भाजपा ने तीसरा उम्मीदवार खडा किया था। ये उम्मीदवार भी कांग्रेस से ही छीना गया था। मगर, अहमद पटेल की एक वोट से जीत हो गई थी। भाजपा के साथ नितीश कुमार का गठबंधन होने के बावजूद एक वोट जेडीयू के विधायक छोटू वसावा ने दिया था। छोटू वसावा को अहमद पटेल के करीबी माना जाता है। इस वोट की वजह से छोटू वसावा को जेडीयू ने पार्टी से निलंबित कर दिया था।
गुजरात से राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रहीं
अब गुजरात से राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रही हैं। एक सीट पर राष्ट्रीय अध्य़क्ष अमित शाह और दूसरी सीट पर केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है और ये दोनों सीटों के उपचुनाव होने वाले हैं। भाजपा का दावा है कि ये दोनों ही सीट हम जीतेंगे, लेकिन कांग्रेस के विधायको की संख्या देखते हुए कांग्रेस को एक सीट का फायदा हो सकता है। कांग्रेस को राज्यसभा में फायदा न हो, इसलिये भाजपा ने स्ट्रेट्जी बनाई है।
जीतू वाघाणी बोले- राज्यसभा की दो सीट हमारी ही होंगी
भाजपा के गुजरात अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने कहा है कि, राज्यसभा की दो सीट हमारी ही होंगी। कांग्रेस का वजूद गुजरात से मिट रहा है। कांग्रेस के गुजरात एकम के नेताओं से विधायक दुखी है। नाराज विधायक भाजपा के उम्मीदवार को ही वोट देंगे।
कांग्रेस से 19 विधायकों का क्रॉस वोटिंग करवाना पड़ेगा?
भाजपा को दो सीट जीतने के लिये कांग्रेस से 19 विधायकों का क्रॉस वोटिंग करवाना पडेगा, क्योंकि कांग्रेस के पास अभी 71 विधायक है। भाजपा ने भले ही अपने विधायकों की संख्या 103 कर दी है, लेकिन इतनी ज्यादा मात्रा में क्रॉस वोटिंग असंभव है। दूसरी ओर विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानानी कहते हैं कि, हम अपने सदस्यों में क्रॉस वोटिंग नहीं होने देंगे और एक सीट हमें मिलने वाली है। कांग्रेस भी अपना उम्मीदवार खडा करने जा रही है।
इस बार कौन जीतेगा?
अहमद पटेल जब राज्यसभा में खडे थे तब कांग्रेस के पास विधायक नहीं थे। 11 विधायको को लेकर शंकरसिंह वाघेला भाजपा में चले गये थे। खुद शंकरसिंह ने तो भाजपा ज्वॉइन नहीं कि, लेकिन बाकी के बागी विधायकों को भाजपा में शामिल करवा दिये थे। कम विधायक होने के बावजूद अहम़द पटेल राज्यसभा का चुनाव जीत गये थे। राज्यसभा के उपचुनाव के लिये भारत का चुनाव आयोग तारीख तय करेगा।