गुजरात में किसानों ने लिया फैसला, 'पड़ोसी मुल्क को नहीं देंगे सब्जी, भले ही भूखे तड़पें पाकिस्तानी'
Gujarat News, गांधीनगर। पुलवामा हमले में 44 जवानों की शहदात के बाद देशभर में हर तबके के बीच पाकिस्तान के प्रति जबर्दस्त गुस्सा है। सेना के अलावा कई स्तर पर पड़ोसी मुल्क को जवाब देने की कोशिशें हो रही हैं। ऐसे में गुजरात के किसानों ने भी बड़ा फैसला किया है। किसानों ने तय किया है कि वे पाकिस्तान को सब्जियां नहीं बेचेंगे। आतंक को पालने वाले इस मुल्क में भले ही लोग भूखे तड़पें। सबक उन्हें ऐसे कदम उठाने से भी मिलेगा।''
पाकिस्तान को नहीं बेचे जाएंगे गुजरात से टमाटर
गुजरात सब्जी निर्यात संघ के अध्यक्ष अहमद पटेल ने साफ शब्दों में कहा कि सूबे में जहां जो भी सब्जी उगेंगी, वो पाकिस्तान में नहीं बेची जाएंगी। इसके बजाए हम बड़े पैमाने पर अब वो सब्जियां बोयेंगे, जो सब्जियां हम पाकिस्तान से आयात करते हैं।
बकौल अहमद पटेल, "अहमदाबाद एपीएमसीने पाकिस्तान के साथ वाणिज्यिक संबंधों को समाप्त कर दिया है। हमने पाकिस्तान में टमाटर और मिर्च नहीं बेचने का फैसला किया है। आज पाकिस्तान में टमाटर और मिर्च बेचने के लिए गुजरात से जा रहे 150 से अधिक ट्रकों को रोक दिया गया है।"
कम कीमत पर बेचनी पड़ें, वह मंजूर है
अध्यक्ष अहमद पटेल ने यह भी कहा कि हम स्थानीय बाजार में कम कीमत पर अपनी सब्जियों को बेचेंगे, लेकिन पाकिस्तान को नहीं बेची जायेंगी। बता दें कि गुजरात की मिर्च और टमाटर की पाकिस्तान में बड़ी मांग है। 25 ट्रक टमाटर, 15 ट्रक मिर्च, ग्रेवी आलू व्यापक रूप से पाकिस्तान निर्यात किए जाते हैं। अब किसान, किसान संगठनों एवं सब्जी विक्रेताओं की यूनियन ने इन वस्तुओं को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है।
अचानक बढ़े पाकिस्तान में सब्जियों के दाम
भारत से सब्जियों के ट्रक रुकने के बाद पाकिस्तान में भारी किल्लत मच गई है। कई राज्यों के किसानों द्वारा अपने उत्पाद पाकिस्तान भेजने से इनकार किए जाने से वहां टमाटर के दाम आसमान छूने लगे हैं। हालत यह हैं कि लाहौर में टमाटर 180 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
आलू
से
लेकर
दूसरी
सब्जियां
भी
हुईं
महंगी
पाकिस्तान
की
सब्जी
मंडियों
में
टमाटर
की
तरह
की
अन्य
सब्जियां
भी
महंगी
हो
गई
हैं।
18
तारीख
को
ही
वहां
आलू
30-35
रुपए
किलो
बिक
रहा
था,
जबकि
पहले
यह
10-12
रुपए
प्रति
किलो
बिक
रहा
था।
अब
खीरे
और
तोरी
100
रुपए
प्रति
किलो
में
बिक
रहे
हैं।
वहां
महंगाई
और
बढ़ेगी,
मगर
इधर
गुजरात
के
किसानों
ने
मोदी
सरकार
से
खाड़ी
देशों
में
या
कहीं
और
क्षेत्र
में
टमाटर
बेचने
के
लिए
नए
बाजार
खोजने
की
अपील
की
है।