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साबरमती के तट पर बसंतोत्सव, सभी राज्यों के कलाकार दिखाएंगे 10 दिन तक अपने-अपने गुर

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Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात में साबरमती तट पर पाटनगर गांधीनगर में बसंतोत्सव शुरू होने वाला है। इस उत्सव में देशभर के कलाकार हिस्सा लेंगे। 18 फरवरी से शुरू होकर उत्सव 10 दिन तक चलेगा। इस मर्तबा पंजाब के भंगडा, महाराष्ट्र के लावणी, राजस्थान के कालबेलिया, असम के बिहू और यूपी की नौटकियां की झलक भी यहां देखने को मिलेगी। साथ ही, संस्कृति कुंज के मंच पर अन्य राज्यों के भी कलाकारों के लोक नृत्य भी हर रात 7 घंटे तक हुआ करेंगे।

सभी राज्यों के कलाकारों का नृत्य भी देखने को मिलेगा

सभी राज्यों के कलाकारों का नृत्य भी देखने को मिलेगा

आयोजन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इस बार विभिन्न राज्यों से 1200 से ज्यादा कलाकार आएंगे। सभी अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे, जिसके गुर खास होंगे, उन्हें सरकार उपहार भी देगी। इन कलाकारों में दक्षिण भारत के कलाकारों का नृत्य भी देखने को मिलेगा।

संस्कृति कुंज में 10 दिन का महोत्सव

संस्कृति कुंज में 10 दिन का महोत्सव

मालूम हो कि हर साल साबरमती तट पर फरवरी में बसंतोत्सव मनाया जाता है। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से आये कलाकार अपनी कला को प्रदर्शित करते हैं। विधानसभा सत्र चालू होने की वजह से विधायक और मंत्री भी यहां शिरकते करते हैं। 18 फरवरी से परंपरागत संस्कृति कुंज नामक स्थल पर ये 10 दिन का महोत्सव मनाया जाता है।

नृत्य और कला कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया जाएगा

नृत्य और कला कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया जाएगा

तुरी बारोट समाज के सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा आदिवासी महोत्सव भी यहां शुरू किया जाएगा। तुरी-बारोट समुदाय के कलाकारों की विलुप्त होने की कला को जीवित रखने के लिए नृत्य और कला कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया जाएगा। विभिन्न राज्य की कला और उनके पारंपरिक परिधान स्टॉल भी लगाये गये हैं। जिसमें निर्मित शिल्प कौशल की वस्तुओं को बेचा जाएगा।

गुजराती नृत्य भी होंगे खास

गुजराती नृत्य भी होंगे खास

गुजरात के आदिवासी नृत्य, रास और गरबा भी संस्कृति कुंज के मंच पर आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, वसंत उत्सव के दौरान, कच्छी घोडी, मेवडो लोक नृत्य भी पेश होगा। यहां पहली बार एडवेचंर स्पोर्ट्स को भी रखा गया है। दूसरी ओर हस्तकला, सूचना और पर्यटन विभाग द्वारा प्रदर्शनियों द्वारा सांस्कृतिक विरासत को दिखाइ जायेगी। उन परिवारों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जो बसंतोत्सव के मुख्य द्वार के पास अपने वाहन के साथ आएंगे। हर साल इस उत्सव में रोजाना 10,000 से ज्यादा लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखने और हेन्डीक्राफ्र्ट की चीजें खरीदने के लिये आते हैं।

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English summary
PHOTOS: vasantotsav at sabarmati riverfront in gujarat
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