वाइब्रेंट गुजरात समिट-2019: विवाद से बचने सरकार ने लिए 2 फैसले, वजह थे अंबानी और पाकिस्तान
Gujarat News, गांधीनगर। वाइब्रेंट गुजरात इन्वेस्टमेंट समिट-2019 में संभावित विवाद से बचने के लिए राज्य सरकार ने दो जरूरी फैसले लिए हैं। जिनमें एक अनिल अंबानी और दूसरे पाकिस्तान बिजनेस डेलीगेट्स को समिट में नहीं बुलाना। अनिल अंबानी जहां कांग्रेस-भाजपा के बीच राफेल डील के वजह से चर्चित हैं, वहीं पाकिस्तान से जारी तनाव के बारे में सबको पता ही है। ऐसे में सरकार ने इन दोनों से किनारा कर लिया है। माना जा रहा है कि न तो अनिल अंबानी समिट में हिस्सा ले पाएंगे और न ही पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल।
सुलगने लगा था विवाद
बता दें कि नौंवी गुजरात वाइब्रेंट समिट में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किया गया था। इसके सामने आते ही विवाद खड़ा हो गया था। एक संवाददाता सम्मेलन में मुख्य सचिव जे.एन. सिंह ने भी स्वीकार किया था कि वाइब्रेशन समिट में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल को गुजरात चैंबर्स ओफ कोमर्स द्वारा आमंत्रित किया गया था। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि व्यापार बढ़ता है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन सरकार ने पाकिस्तान को कोई सीधा निमंत्रण नहीं दिया है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आज सुबह अहमदाबाद में फ्लावर शो का उद्घाटन किया और मीडिया से बातचीत में कहा कि वाइब्रेंट समिट में पाकिस्तान का कोई प्रतिनिधि नहीं होगा।
उद्योगपतियों की आधिकारिक सूची की घोषणा
वहीं, विजय रूपाणी सरकार ने वायब्रेंन्ट को विवाद से बचाने के लिये रिलायन्स कॉम्युनिकेशन के चीफ अनिल अंबानी को शिखर सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया है। गुजरात सरकार ने शिखर सम्मेलन में उपस्थित शीर्ष उद्योगपतियों की आधिकारिक सूची की घोषणा की है। इसमें उद्योगपति अनिल अंबानी का नाम नहीं है। इसका मतलब है कि अनिल अंबानी शिखर सम्मेलन में उपस्थित नहीं होंगे।
2003 से सभी वाइब्रेंट समिट्स में मौजूद थे अनिल अंबानी
गौरतलब है कि अनिल अंबानी 2003 से 2017 तक सभी वाइब्रेंट समिट्स में मौजूद थे, लेकिन इस बार आरोप लगाया गया है कि रफाल फाइटर जेट की खरीद में घोटाला हुआ है, जिस पर देशभर में कांग्रेस समेत विपक्ष जम कर अनिल अंबाणी पर बरस रहा है। यह हैरान करने वाला है कि राज्य के मुख्य सचिव ने इस सवाल का कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया था कि, क्या अनिल अंबानी वाइब्रेंट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद होंगे।
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