NCP गुजरात में सभी 26 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, कांग्रेस नहीं हुई एक भी सीट छोड़ने को तैयार
Gujarat News in Hindi, गांधीनगर। लोकसभा चुनाव (lok sabha elections 2019) के लिए गुजरात में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस (Indian National Congress) और एनसीपी (Nationalist Congress Party) के बीच गठबंधन पर प्रश्नचिह्न लग गया है। कांग्रेस ने एनसीपी को यहां एक भी सीट देने से मना कर दिया है। वहीं, इसके बाद एनसीपी ने सभी 26 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने का ऐलान किया है। दोनों पार्टियों के बीच यह कटुता राज्यसभा चुनाव के बाद देखने को मिली है, इससे पहले एनसीपी के दो विधायकों ने कांग्रेस के नेता को राज्यसभा के लिए समर्थन देने से मना किया था।
गुजरात में शंकरसिंह वाघेला एनसीपी के वरिष्ठ नेता हैं, जो पहले कांग्रेस-भाजपा में रह चुके हैं। मगर, इस बार उनका कहना है कि केंद्र में मोदी सरकार दुबारा नहीं बनेगी। दूसरी ओर, उनकी अगुवाई में एनसीपी ने गुजरात में सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर कांग्रेस से गठबंधन करने जैसी बातों पर भी विराम लगा दिया है।
महाराष्ट्र में एक-दूजे को समर्थन, लेकिन गुजरात में वो बात नहीं
वैसे इससे पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी दोनों एक-दूजे के समर्थन को तैयार हो गईं। यहां तक कि लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन भी हुआ। मगर, गुजरात में कांग्रेस और एनसीपी के बीच ऐसा नहीं देखने को मिला। कांग्रेस के इनकार के बाद एनसीपी ने ऐलान किया है कि जहां कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे, वहां एनसीपी के उम्मीदवार भी चुनाव लडेंगे।
लोकसभा के 26 उम्मीदवारों के साथ 5 विधानसभा के उम्मीदवार भी
एनसीपी के गुजरात अध्यक्ष जयंत पटेल का कहना है कि हमारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी लोकसभा के चुनाव में पूरे 26 उम्मीदवार उतार रही है। इसी के साथ विधानसभा के उपचुनाव में भी अपने 5 उम्मीदवारों को उतारेंगे। राज्य में 5 सीटों पर उसी दौरान विधानसभा के वोट पड़ेंगे।
राज्यसभा चुनाव के बाद गुजरात में बढ़ी कांग्रेस-एनसीपी में खटास
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के अहमद पटेल को हराने के लिये एनसीपी के 2 विधायकों ने भाजपा के उम्मीदवार को वोट दे डाला था। तब से कांग्रेस ने गुजरात में एनसीपी के साथ दूरी बनानी शुरू कर दी। हालांकि, एनसीपी के कुछ विधायकों के अहमद पटेल को समर्थन भी दिया था। अब शंकरसिंह वाघेला को कांग्रेस ने साबरकांठा लोकसभा से समर्थन नहीं दिया। उनके लिए यह सीट खाली करने से इनकार कर दिया, इसके पीछे की वजह यही बताई जा रही है कि शंकरसिंह वाघेला ने भी कांग्रेस के छोड़ने के बाद भाजपा के उम्मीदवार को सपोर्ट दिया था। राज्यसभा चुनाव से पहले शंकरसिंह वाघेला कांग्रेस के 11 विधायकों को लेकर भाजपा को सपोर्ट कर रहे थे।