आज होगी अभिनंदन की वतन वापसी, पाकिस्तानों की जेलों में बंद है और भी 'अभिनंदन'
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Gandhinagar News, गांधीनगर। पुलवामा हमले (Pulwama attack) के बाद भारत ने जवाबी कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में एयर स्ट्राइक किया। एयर स्ट्राइक से बौखलाएं पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई कि, जिसका भारतीय वायुसेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। लेकिन इस जवाबी हमले के दौरान वायुसेना के एक विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान में पकड़े गए। लेकिन दो दिनों के भीतर ही पाकिस्तान को अभिनंदन को छोड़ना पड़ा। भारत और दुनियाभर से पड़ते दवाब के बीच आज पाकिस्तान बिना किसी शर्ते के अभिनंदन को हिंदुस्तान को वापस करेगा।
पाकिस्तान की जेलों में बंद है 54 युद्धबंदी
भारत और दुनियाभर से पड़ते दवाब के बीच पाकिस्तान ने अभिनंदन को छोड़ने का निर्णय लिया है, लेकिन पाकिस्तान अभी भी मानने को तैयार नहीं है कि, 1965 और 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने भारत के कई पायलटों को बंदी बनाया था। 1971 के युद्ध के समय भारत के 54 पायलट, सैनिकों और अधिकारियों को पाकिस्तान ने गिरफ्तार किया था। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने हर बार युद्धबंदियों कि गिरफ्तारी से इनकार किया था।
‘The Missing 54'
'द मिसिंग 54' भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिक और अधिकारी हैं जिन्हें 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद कार्रवाई में लापता होने या युद्ध में शहीद का दर्जा दिया गया था। हालांकि, माना जाता है कि वे जीवित हैं और विभिन्न पाकिस्तानी जेलों में कैद हैं। इनमें भारतीय सेना के 30 कर्मी और भारतीय वायु सेना (IAF) के 24 जवान शामिल हैं। सेना के 30 कर्मियों में एक लेफ्टिनेंट, आठ कैप्टन, दो सेकेंड लेफ्टिनेंट, छह मेजर, दो सूबेदार, तीन नाइक लेफ्टिनेंट, एक हवलदार, पांच गनर और भारतीय सेना के दो सिपाही शामिल हैं। भारतीय वायु सेना के शेष 24 में तीन उड़ान अधिकारी, एक विंग कमांडर, चार स्क्वाड्रन लीडर्स और 16 फ्लाइट लेफ्टिनेंट शामिल हैं। हालांकि, इन युद्धबंदियों को पाकिस्तान में होने से इंकार कर दिया है। 1971 के युद्ध के बाद भारत सरकार और युद्धबंदियों के परिजन बार-बार पाकिस्तान को सबूत देते रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान सरकार हर इन सबूतों को मानने से इनकार कर देती है।
30 घंटे के भीतर अभिनंदन को छोड़ने को तैयार
भारत के सख्त रवैये के चलते 30 घंटे के भीतर की पाकिस्तान को अभिनंदन को छोड़ने के लिए तैयार रहना पड़ा। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को साफ कर दिया था कि बगैर किसी चोट के पायलट की जल्द रिहाई होनी चाहिए और इसमें किसी शर्त की कोई गुजाइश ही नहीं है। दरअसल अभिनंदन की रिहाई के लिए पाकिस्तान ने जमकर सौदेबाजी का संकेत दिए थे। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि अगर पायलट की रिहाई से तनाव घटता है तो पाकिस्तान पायलट को भी लौटने के लिए तैयार है।
पाक सेना ने बनया था बंदी
आपको बता दें कि भारत के एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भी एयरस्ट्राइक की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के विमानों को खदेड़ दिया। इसी दौरान मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हो गया और विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सुरक्षित उतर गए, हालांकि पाकिस्तान सेना ने उन्हें बंदी बना लिया और उके साथ बर्बरता दिखाई।