गुजरात में 4 शहरों की 5 सीटों पर 80 दावेदार, लोकसभा चुनाव के लिए ये है सबसे चर्चित सीट
Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात के चार शहरों की पांच लोकसभा सीटों के लिए करीबन 80 उम्मीदवारों ने चुनाव पर्यवेक्षकों को अपना बायोडेटा दिया है। जिनमें से 3 पैनल की तैयारी शुरू हो गई हैं। राज्य में भाजपा के 26 उम्मीदवारों का चयन आज पूरा होना है, वहीं भाजपा के आलाकमान को 5 से 7 सीटों के लिए एक नाम और शेष 20 सीटों में 3 नामों की सूची भेजनी होगी।
लोकसभा सीटों के लिये उम्मीदवार पसंदगी प्रक्रिया शुरू होने के बाद, कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला और मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गुजरात के दौरे पर हैं। जब उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया गांधीनगर में चल रही है, तब भाजपा के गांधीनगर और अहमदाबाद क्षेत्र के सभी विधायकों और नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का नाम पेश किया है।
दूसरी ओर आनंदीबेन पटेल के समर्थकों ने उनका नाम लिया है और पर्यवेक्षकों समक्ष उनके नाम का प्रस्ताव भी रखा है। गुजरात में पार्टी का चुनावी नेतृत्व मुश्किल में है, क्योंकि गांधीनगर सीट के लिये एक नाम लालकृष्ण आडवाणी का है जो अभी भाजपा के सांसद हैं। दूसरा नाम अमित शाह और तीसरा नाम आनंदीबेन पटेल का है। गांधीनगर सीट के लिए उम्मीदवार का फाइलन चयन प्रदेश इकाई नहीं कर पा रही है, इसलिये पूरा मामला दिल्ली तक पहुंच गया है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि राजकोट सीट के लिए वजुभाई वाला के नाम का प्रस्ताव भी रखा गया है। इसके अलावा राजकोट से 15 नाम मिले हैं, जिन्हें भाजपा की टिकट चाहिये। अहमदाबाद की दो सीटों पर 30 उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। वडोदरा में 15 से अधिक और सूरत में 18 से अधिक नाम चुनाव पर्यवेक्षकों को प्राप्त हुए हैं। भाजपा के पूर्व विधायक रमन वोरा ने अहमदाबाद की आरक्षित सीट पर अपना दावा ठोक दिया है।
आनंदीबेन पटेल पांच दिनों के लिए गुजरात आई हैं, लेकिन इस बात का कोई अनुमान नहीं है कि वजुभाई कितने दिन ठहरने वाले हैं। इन दोनों राज्यपालों को मिलने के लिए भाजपा कार्यकर्ता समूह में जा रहे हैं और उनसे मिल के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिये अपील कर रहे है। गुजरात में 26 सीटों के उम्मीदवारों का चयन जल्दी किया जाएगा, क्योंकि राज्य में पर्चा भरने की अंतिम तिथि 4 अप्रैल है।
पार्टी के एक सीनियर नेता ने कहा कि, अगर गांधीनगर लोकसभा के मौजूदा सांसद लालकृष्ण आडवाणी चुनाव नहीं लड़ते हैं तो गांधीनगर की सीट अमित शाह को सीट दी जाएगी। अमित शाह वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं। अगर वह लोकसभा चुनाव लड़ते हैं और मोदी सरकार फिर से केंद्र में आती है तो वह मंत्रिमंडल के सदस्य बन सकते हैं। गांधीनगर सीट के लिये आनंदीबेन पटेल का नाम भी सामने आया है। दो बड़े नाम आने की वजह से यह बैठक के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखरी फैसला ले सकते हैं।
गांधीनगर सीट के मौजूदा सांसद आडवाणी कुछ बोल नहीं रहे हैं। उन्होंने चुनाव लड़ने के लिये कोई बयान नहीं दिया है। यह भी घोषित नहीं किया है कि, वह चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं। दूसरी ओर, अमित शाह और आनंदीबेन पटेल ने भी चुनाव लड़ने की खुद की इच्छा नहीं जताई, लेकिन अपने समर्थकों के बल पर अपना अपना नाम दर्ज करवाया है। ये दोनों नाम उम्मीदवारों की सूचि में होने के बावजूद अमित शाह या आनंदीबेन पटेल ने लोकसभा लड़ने से इनकार नहीं किया।