संसद में इस बार 6 महिला सांसद करेंगी गुजरात का प्रतिनिधित्व, जानिए अब तक कितनी पहुंचीं लोकसभा
Lok sabha election result 2019 News, गांधीनगर। 17वीं लोकसभा के चुनाव परिणामों में गुजरात में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया। भाजपा की सभी 6 महिला उम्मीदवार जीत गईं, जो कि अब संसद में राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगी। वर्ष 2014 में यहां से 5 महिलाओं ने जीत दर्ज की थी, वे भी सभी भाजपा से ही थीं। कांग्रेस ने इस बार चुनाव में एक महिला को टिकट दिया, वह हार गई।
बता दें कि, 16वीं लोकसभा में देशभर की 61 महिलाएं सांसद थीं। जिनमें गुजरात की जामनगर से सीट से पूनम माडम, भावनगर से भारती शियाल, सूरत से दर्शना जरदोश, वडोदरा से रंजन भट्ट और महेसाणा से जयश्री पटेल थीं। वर्ष 2019 के चुनाव में इन महिलाओं में से भाजपा ने 4 को रिपीट किया, लेकिन जयश्री पटेल का टिकट काटकर शारदा पटेल को चुनाव लड़ाया। राज्य की सभी महिला प्रत्याशियों को मिली जीत पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बधाई दी है।
2019 के चुनावों से पहले तक गुजरात से 22 महिलाएं सांसद रहीं
वर्ष 1962 में हुए गुजरात में पहले लोकसभा चुनाव से वर्ष 2014 तक के चुनावों तक गुजरात में 22 महिला सांसद विजयी हुईं। अब 6 और जीतने के बाद यह संख्या और बढ़ गई है। 2019 के चुनाव में गुजरात में जिन महिलाओं की जीत हुई है, वे काफी मार्जिन से जीती हैं। यहां दर्शना जरदोश ने कांग्रेस के अशोक पटेल को हराकर सूरत सीट पर 5.48 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। वडोदरा सीट पर कांग्रेस के प्रशांत पटेल को हराने के लिए रंजनबेन भट्ट ने 5.84 लाख वोटों की बढ़त हासिल की।
भावनगर सीट पर भारती शियाल ने कांग्रेस के मनहर पटेल को 3.26 लाख वोटों से हराया। शारदाबेन पटेल मेहसाणा सीट से पहली बार सांसद बनीं थीं, उन्होंने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी एजे पटेल को 2.64 लाख से अधिक वोटों से हराया है। एसटी आरक्षित छोटा उदयपुर सीट पर भाजपा की गीता राठवा ने कांग्रेस के रंजीत राठवा को 3.77 लाख मतों के अंतर से हराया और जामनगर की सांसद पूनम माडम ने कांग्रेस के मुलुभाई कंडोरिया को 2.37 लाख मतों के अंतर से हराया।
इस बार 29 महिलाओं ने लड़ा गुजरात में चुनाव
2019 के चुनाव में राज्य में कुल मिलाकर 29 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं। कांग्रेस ने अहमदाबाद ईस्ट सीट पर सिर्फ एक महिला गीता पटेल को मैदान में उतारा। वह भाजपा के हसमुख पटेल से हार गईं। इतिहास पर नजर डालें तो कांग्रेस ने पिछले 9 संसदीय चुनावों में एक भी महिला उम्मीदवार को कभी लोकसभा के चुनावों में मैदान में नहीं उतारा। केवल 1962 में कांग्रेस ने दो महिलाओं को मैदान में उतारा था।
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हमारी सभी उम्मीदवार भारी मतों से जीत गईं: भाजपा
भाजपा के प्रवक्ता भरत पंड्या ने कहा कि, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पार्लियामेंट और विधानसभा के चुनावो में 33 प्रतिशत की बातें करते है, लेकिन चुनावी मैदान में महिला उम्मीदवारों को टिकट देने के लिये गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने छह महिलाओं को टिकट दिया था और सभी महिलाएं भारी बहुमत से विजयी हुई हैं। हमारे लिये गर्व की बात है।''
सयुक्त विकास पार्टी, युवा जन जागृति पार्टी और अम्बेडकर राष्ट्रीय कांग्रेस जैसी कम प्रसिद्ध पार्टियों ने महिला उम्मीदवार उतारे, लेकिन गुजरात में अधिकांश महिला उम्मीदवारों ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा।