सट्टेबाजों ने बताया देश में किसे मिलेंगी कितनी सीट, एयरस्ट्राइक के असर पर भी लगाए जा रहे दांव
Gujarat News, गांधीनगर। हफ्तेभर बाद ही लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण का मतदान होना है। ऐसे में गुजरात में सट्टे बाजार का माहौल गर्म है। यहां संवाददाता ने दलों की जीत-हार पर सट्टेबाजों से नब्ज टटोलने की कोशिश की तो उन्होंने चौंकाने वाले दावे किए। सट्टेबाजों का कहना था कि भाजपा ही देश की सबसे बड़ी पार्टी बनेगी, लेकिन वह बहुमत से थोडी दूर रह जाएगी। पाकिस्तान के आतंकी शिविरों पर हवाई हमलों का उसे गुजरात में 'बहुत फायदा' होगा। वहीं, ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस की सिचुएशन व अन्य दलों के गठबंधन देखते हुए, सट्टे बाजार का मानना है कि देश में एनडीए अपनी सरकार आसानी से बना सकती है।
बता दें कि इन दिनों सट्टेबाजों में ये शर्त लगाई जा रही हैं कि देश की विभिन्न पार्टियों को कितनी सीटें मिल सकती हैं। अहमदाबाद और उत्तर गुजरात में लोकसभा सीटों पर सट्टे मास्टर्स अपनी अटकलें लगा रहे हैं। पुलिस की सतर्कता के बावजूद, हर चुनाव में अरबों रुपए सट्टे बाजार में जाते हैं, हालांकि राजनीतिक दल सट्टा के आंकड़ों को ज्यादा महत्व देते हैं। यहां सट्टेबाजों का मानना है कि भाजपा और एनडीए की स्थिति एयरस्ट्राइक से पहले बहुत खराब थी। तब भाजपा-एनडीए को 180 से 200 सीटें मिल रही थीं, लेकिन एयर स्ट्राइक के बाद इन सीटों की संख्या बढकर 240 से 260 हो गई है। सट्टेबाज वर्तमान समय में एनडीए की 280 से 300 सीटें तक आने की बात कर रहे हैं।
हवाई हमले से पहले, कांग्रेस को 160 से 190 सीटें मिलने का अनुमान था। तब उसके लिए सीटों की कीमत सात रुपये थी। अब कांग्रेस की सीट की कीमत 10 रुपये की है। हालांकि, कांग्रेस-प्रेरित यूपीए को कितनी सीटें मिलेंगी, इस पर अभी तक कोई अटकलें नहीं लगाई जा रहीं। आमतौर पर लोकसभा चुनाव में अरबों रुपये का सट्टे बाजार की भूमिका रही है। गुजरात के अलावा राजस्थान औऱ महाराष्ट्र में सट्टे के खिलाडी अपना दांव खेलते हैं। बाजार मानता है कि, भाजपा ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में खड़ा किया है, लेकिन कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तय नहीं किया है। यदि कांग्रेस यानी यूपीए अपने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करती है, तो अधिक सीटें मिलने की संभावना है।
कांग्रेस द्वारा घोषित मैनिफेस्टो के बाद सीटें बढ़ रही हैं, लेकिन बीजेपी का मेनिफेस्टो बाकी है। दोनों पक्षों में मेनीफेस्टो के मुद्दे शामिल होने के आधार पर, सट्टे बाजार के खिलाडी नई कीमतें निर्धारित कर सकते है। यह सही है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में सट्टे बाजार में जो कीमत चल रही थी, उसके अनुसार एनडीए को बहुमत मिला था।
गुजरात में 26 सीटों में से, सट्टेबाजी के बाजार में कांग्रेस को पांच से सात सीटें मिलती हैं, लेकिन यह भी अनुमान लगाया जाता है कि उम्मीदवारों की पूरी घोषणा और चुनाव के माहौल को देखते हुए, इन सीटों में बड़े बदलाव हो सकते हैं।
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