सरकार बोली- गिर में लॉयन शो करने के जुर्म में 74 लोग गिरफ्तार हुए, 2 साल में यहां 212 शेर मरे
गांधीनगर। गुजरात विधानसभा के सत्र के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए वन मंत्री ने जवाब दिया है कि पिछले दो वर्षों में गिर के जंगलों में लॉयन शो करने के जुर्म में 74 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों ने अवैध रूप से लॉयन शो किया था।वन मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में विभिन्न वजहों से 212 शेरों की मौत हो गई।
सासन गिर के शेर अब सौराष्ट्र क्षेत्र के 3 जिलों में फैले
बता दें कि, अमरेली के सावरकुंडला से कांग्रेस विधायक प्रताप दूधात ने शेरों के संदर्भ में सवा पूछा था। जिस पर वन मंत्री ने कहा कि, सासन गिर के शेर अब सौराष्ट्र क्षेत्र के तीन जिलों में फैले हुए हैं। सरकार की ओर से वन विभाग के कर्मचारी अपने पर्यटकों को लायन शो करके शेर दिखाते हैं। ठीक वैसे ही कुछ लोग गिर में लायन शो करते हैं, लेकिन उन लोगों का तरीक़ा ग़लत है। कभी-कभी शेरों के साथ छेड़छाड़ भी की जाती है। शेरों के पीछे बाइक या कार दौड़ाई जाती हैं।
'जो लोग लॉयन शो करते हैं, वे पकड़े जाते हैं'
गुजरात सरकार के आदेश के बाद ऐसे लायन शो की ख़बर मिलते ही वन विभाग के कर्मचारी पहुँचके लायन शो को बंद करवाते हैं। जो लोग अवैध रूप से लायन शो करते हैं उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाती है।
'2 साल में वन विभाग का कोई कर्मी नहीं पकड़ा गया'
ग़ैरक़ानूनी लायन शो में गिर के जंगल में काम कर रहे अधिकारी और कर्मचारी शामिल होते हैं, ऐसे आरोप के प्रत्युत्तर में वन मंत्री ने कहा कि जो लोग अवैध रूप से लायन शो करते हैं उनके साथ वन विभाग के कोई भी अधिकारी या कर्मचारी शामिल नहीं हैं। गिरफ्तार किए गए सभी लोगों पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। दो साल में वन विभाग के कोइ भी कर्मी पकड़ा गया नहीं है।
'लॉयन सफारी वाले वाहनों में जीपीएस लगाया गया'
जंगल में विभिन्न चेक प्वाइंट्स पर सीसीटीवी लगाए गए हैं और अवैध लॉयन शो पर नजर रखने के लिए आधिकारिक लॉयन सफारी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। इनसे पता चलता है कि गीर में कहाँ अवैध लायन शो चल रहा है।
2 वर्षों में 58 शेर, 64 मादा शेर और 90 बाल शेरों की मौत
पिछले दो वर्षों में शेरों की मृत्यु की संख्या के बारे में कांग्रेस के विधायक शैलेष परमार के प्रश्न के उत्तर में वन मंत्री ने कहा कि गिर में पिछले दो वर्षों में 58 शेर, 64 मादा शेर और 90 बाल शेरों की मौत हो गई है। इनमें से 23 सिंहो की मौत अकुदती यानि की आकस्मिक हुई है। जबकि, ज़्यादातर शेरों की मौत नेचरल है।
सरकार शेरों के इलाज के लिये अस्पताल बनवा रही
वन मंत्री ने कहा कि गुजरात के गीर के जंगल में शेरों की मौत को रोकने के लिये बीमारी के समय तुरंत ही उपचार हो सके इसलिये वेटरनरी अफसरों को नियुक्त किया गया है। सरकार अब शेरों के इलाज के लिये अस्पताल भी बनवा रही है।
पशुओं के वेक्सिनेशन कैम्प का भी आयोजन किया
शेरों की आकस्मिक मौत रोकने के लिये भी क़दम उठाये जा रहे हैं। अवैध लायन शो को रोकने के लिये वन विभाग ने अध्यतन साधनों के साथ दिन रात पेट्रोलिंग बढ़ाया है। शेरों की सुरक्षा के लिये अन्य पशुओं के वेक्सिनेशन कैम्प का भी आयोजन किया है। इसके साथ वन विभाग ने लॉयन एंबुलेंस का भी आयोजन किया है।