Surat Fire Tragedy : गुजरात के 36000 स्कूलों में फायर सेफ्टी सिस्टम नहीं, इनमें पढ़ते हैं 75 लाख स्टूडेंट
Gujarat, गांधीनगर। सूरत अग्निकांड के बाद गुजरात में लोगों का ध्यान ट्यूशन क्लासेस, प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में फायर सेफ्टी सिस्टम की व्यवस्था पर जा रहा है। मगर, राज्य में ज्यादातर सरकारी सरकारी स्कूलों में फायर सेफ्टी सिस्टम हैं ही नहीं। अधिकारियों के मुताबिक, तकरीबन 36,000 सरकारी स्कूल बिना फायर सेफ्टी के चल रहे हैं। इन स्कूलों में बुनियादी अग्नि सुरक्षा प्रणालियों का अभाव है। जबकि, राज्य के कम से कम 75 लाख स्टूडेंट्स इन्हीं स्कूलों में पढ़ते हैं।
स्कूलों में अग्नि सुरक्षा के लिए स्थायी निर्देश हैं, मगर..
सूरत के कोचिंग सेंटर में आग लगने पर 23 लोगों की मौत के बाद सरकार शैक्षेणिक संस्थानों में फायर सेफ्टी से जुड़े मापदंडों की जांच में जुटी है। हालांकि, यह एक बड़ा सच यह है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में ये आग से बचने के इंतजाम नाकाफी हैं। राज्य सरकार 10,000 निजी स्कूलों में अग्नि सुरक्षा प्रणालियों की स्थापना के बारे में अपने कदम उठाने के लिये प्रयास कर रही है, जहां 25 लाख छात्र अपने दिन का एक बड़ा हिस्सा खर्च करते हैं। गुजरात सरकार के शिक्षा सचिव विनोद राव कहते है कि, सरकारी स्कूलों में अग्नि सुरक्षा के लिए स्थायी निर्देश हैं लेकिन उचित बुनियादी ढांचे और निगरानी तंत्र का अभाव है।
शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा बोले- मैं ये तथ्य स्वीकारता हूं
सरकार द्वारा संचालित और निजी स्कूलों में अग्नि सुरक्षा प्रणालियों की कमी के बारे में पूछे जाने पर राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा ने कहा, मैं इस तथ्य को स्वीकार करता हूं कि हमारे स्कूल आग से लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन हमारी सरकार ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया है और दीर्घकालिक कार्रवाई करने का फैसला किया।'
एसएसए (सर्वशिक्षा अभियान) के तहत अग्नि सुरक्षा उपकरण मिलेंगे
चुडासमा ने कहा, आज सोमवार को मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर समग्र रूप से चर्चा करने और कार्रवाई की योजना बनाने के लिए एक बैठक बुलाई है। हम सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अग्नि सुरक्षा ऑडिट के लिए स्थानीय अग्नि सुरक्षा अधिकारियों के साथ समन्वय में सभी डीईओ को एक परिपत्र जारी कर रहे हैं। विनोद राव ने कहा कि सरकार की योजना सभी सरकारी स्कूलों में अब एसएसए (सर्वशिक्षा अभियान) के तहत अग्नि सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने की है।
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