लगातार 6 बार MLA रहे भाजपा के बाहुबली ने उसी लोकसभा सीट पर ठोकी दावेदारी, जहां से जीते थे मोदी
Gujarat News, गांधीनगर। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने गुजरात की जिस सीट से 5 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी, भाजपा के विधायक मधुभाई श्रीवास्तव ने उसी सीट पर दावेदारी ठोकी है। मधुभाई आगामी चुनाव (Indian general election, 2019) इसी सीट से लड़ना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से टिकट की मांग करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के ख्वाबों को आगे ले जाने की बात कही हैं। उनका कहना है कि वे 'सबका साथ, सबका विकास' पहल को आगे बढ़ाना चाहते हैं। मोदी जी को मजबूती देने के लिए भी उन्हें उसी सीट से चुनाव लड़ने दिया जाए।'
जानिए, कौन हैं मधु श्रीवास्तव 'बाहुबली'
बता दें कि, वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी वाराणसी के अलावा गुजरात की वडोदरा लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़े थे। इसी लोकसभा क्षेत्र में एक विधानसभा सीट है वाघोडिया। मधुभाई श्रीवास्तव इसी सीट (वाघोडिया) से लगातार 6 बार विधायक रहे हैं। वैसे तो मधुभाई को गुजरात में 'बाबूभाई' बुलाते हैं। मगर, उनका पूरा नाम श्रीवास्तव मधुभाई बाहुबली (Shrivastav Madhubhai Babubhai) है।
- मधुभाई मूलत: यूपी के हमीरपुर के (राठ) धमना गांव के रहने वाले हैं। तगड़ी पहुंच के चलते गुजरात में उन्हें राजनीति का 'बाहुबली' कहा जाता है। 1994 में उन्होंने पहला चुनाव बतौर निर्दलीय जीता था। जिसके बाद भाजपा में शामिल होने पर भी लगातार जीते। अलग-अलग मामलों में उन पर 9 केस भी दर्ज हुए, फिर भी माना जाता है कि उनकी मदद से भाजपा तीन बार सत्ता में आई। खुद के बारे में बताते हैं कि कभी रेलवे-ड्राइवर भी रहे।
राजनीति के अलावा एक्टिंग में भी एक्टिव
मधु श्रीवास्तव गुजरात में राजनीति के अलावा अपने शौकों के लिए भी जाने जाते हैं। पॉलिटिक्स, एक्टिंग, दबंगई और सिंगिंग का वे कॉम्बो पैक माने जाते हैं। फिल्मों के स्टंट सीन खुद करते हैं। गुजराती फिल्म ‘ठाकोरना कोल जगमां अणमोल' एवं लॉयन ऑफ गुजरात (Lion of Gujarat) में उन्हें सराहा जा चुका है।
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खुद की जीत का दावा, लेकिन टिकट मिलना मुश्किल
बकौल मधुभाई श्रीवास्तव (madhu shrivastav mla), अगर पार्टी उन्हें वडोदरा लोकसभा सीट के लिए टिकट देती है तो वे जीत भी जाएंगे। यहां की भौगोलिक परिस्थितियों को भांपने पर ही उन्होंने सीधे केंद्रीय नेतृत्व से बात की है।''
हालांकि, अभी पार्टी के गुजरात नेतृत्व का मानना है कि मधुभाई को वडोदरा से टिकट देना संभव नहीं है। क्योंकि रूपाणी कैबिनेट में मध्य गुजरात को कोई प्रतिनिधित्व मिला नहीं है। इस इलाके के सभी विधायक मुख्यमंत्री से नाराज बताए जा रहे हैं। वहीं, मधुभाई पहले ही चुनाव लड़ने की इच्छा जताते रहे हैं अब उन्होंने फिर से दावा ठोंककर माहौल गर्माने की कोशिश की है।
जीत के बाद छोड़ी थी मोदी ने वडोदरा सीट
विगत लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी जिन दो सीटों पर चुनाव लड़कर जीते थे, वडोदरा उन्हीं दो में से एक थी। मोदी ने यहां 5,70,128 वोटों से जीत हासिल की थी। वडोदरा के अलावा उन्होंने काशी से चुनाव लड़ा, जहां उन्होंने केजरीवाल को 3 लाख वोटों से हराया था। हालांकि, बाद में नरेंद्र मोदी को वडोदरा सीट खाली करनी पड़ी, क्योंकि नियम के मुताबिक कोई सांसद एक ही सीट पर बने रह सकता है। जिसके बाद वडोदरा के लिए उपचुनाव हुए। उपचुनाव में भी भाजपा ही जीती। भाजपा की ओर रंजन भट्ट विजयी हुई थे। अब क्योंकि, इस बार यहां रंजन को टिकट नहीं दी जा रही तो मधुभाई का नाम उछाला जाने लगा है।
26 की 26 सीटें ही जीतना चाहती है भाजपा
2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने कई राज्यों में क्लीन स्वीप किया था, जिनमें से गुजरात एक है। इस बार भी भाजपा यहां की 26 में से 26 सीटें जीतने के लक्ष्य के साथ चल रही है। अब देखा यह जाएगा कि यह सत्तासीन पार्टी गुजरात में क्या-क्या तैयारी करती है और किन नेताओं को कहां का टिकट देती है।