आयकर विभाग ने एक साल में गुजरात में मारे 31 छापे, 29,764 करोड़ की बेनामी संपत्ति पकड़ी
gujarat News, गांधीनगर। गुजरात में आयकर विभाग के अधिकारियों ने 2018-19 के वर्ष दौरान 31 छापे मारे। एक साल की इस अवधि में आई शिकायतों के चलते 16 जांच हुईं और कुल 29,764 करोड़ की बेनामी संपत्ति (बेहिसाब रकम) पकड़ी गई। चौंकाने वाली बात यह है कि राज्य में सबसे ज्यादा 19879.83 करोड़ रुपये की बेहिसाबी आय (बेनामी संपत्ति) अकेले अहमदाबाद क्षेत्र से जब्त की गई है।
गुजरात में सबसे ज्यादा बेहिसाब दौलत अहमदाबाद से पकड़ी गई
आयकर विभाग की कार्यवाई में 1965 करोड की बेहिसाबी आय होने की कबूलात की गई, जिसमें 1948.12 करोड रुपये की अघोषित संपत्ति अहमदाबाद और 17.73 करोड़ रूपये की रकम सूरत की थी, जो अभी तक आयकर विभाग को प्राप्त नहीं हुई है। अहमदाबाद में 18 और सूरत में 13 स्थानों पर छापे मारे गए थे। छापे में अहमदाबाद में 59.83 करोड़ रुपये और सूरत में 8.24 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई। गुजरात में 16 करदाताओं पर व्यक्तिगत जाँच हुई है। इन करदाताओं ने 1987 करोड़ रुपये की अघोषित आय कबूल की है। कसूरवारों ने 512 करोड़ रुपये के राजस्व को भी स्वीकार किया, जो उन्होंने प्रकट नहीं किया था।
सूरत में 22 मामले
आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने 7896 करोड़ की अघोषित आय पाई थी। इसमें से अहमदाबाद में सबसे ज्यादा 7835 करोड़ रुपये और सूरत से 2901 करोड़ रुपये की बेहिसाब आय मिली है। शिकायतों के आधार पर आयकर विभाग ने 61.40 करोड रुपये पकडे हैं। अभियोजन पक्ष के 22 मामले अहमदाबाद में औऱ 22 मामले सूरत में किये गये हैं।
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लोकसभा चुनाव के दौरान भी हुई जबरदस्त कार्रवाई
लोकसभा चुनाव के दौरान गुजरात से 11.38 करोड़ रुपये की नकदी पकड़ने में आयकर विभाग सफल रहा। चुनाव आचार संहिता के दौरान अहमदाबाद से 6.64 करोड़, सूरत में से 1.31 करोड़, राजकोट में से 1.44 करोड, वडोदरा से 75.36 लाख और वापी से 1.52 करोड की नकद मिली थी।