गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने 158 बुजुर्ग कैदियों को दी माफी, जल्द बाहर आएंगे जेल से
गांधीनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने राज्य की विभिन्न जेलों में बंद 158 बुजुर्ग कैदियों को मानवीय आधार पर रिहा करने के आदेश दिए हैं। सरकार तीन चरणों में गुजरात की जेलों में बंद कुल 387 कैदियों को इसी तरह क्षमादान देगी। गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर यह फैसला लिया।
रिहा होने वाले कैदी राज्य के विभिन्न जेलों में आजीवन कारावास की सजा पाने वाले बुजुर्ग नागरिक हैं। उस क्रम में, राज्य सरकार पहले दो चरणों में 229 कैदियों को रिहा करने का इरादा रखती है। 158 कैदियों की जल्द रिहाई के लिए राज्य सरकार को राज्यपाल से एक क्षमा पत्र भी मिला था।
प्रदीपसिंह जडेजा ने कहा था कि, मुख्यमंत्री ने गुजरात के तीन चरणों में कुल 387 कैदियों को क्षमा देने का फैसला किया है, इस उम्मीद के साथ कि वे रिहाई के बाद स्वतंत्र रूप से एक नया जीवन शुरू कर पाएंगे। सरकार ने मानवीय दृष्टिकोण के रूप में यह फैसला लिया है।
जडेजा ने यह भी कहा कि, 55 वर्ष की आयु की महिला कैदी, 60 वर्ष से अधिक आयु के पांच पुरुष कैदी को भी 381 अन्य कैदियों के साथ क्षमा दी गई है। गुजरात में जिन कैदियों ने वास्तव में घोषित सजा के 66 प्रतिशत यानी दो-तिहाई कारावास की सजा काट पूरी की है, उनको गुजरात सरकार ने रिहा करने का फैसला लिया था।
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