गुजरात: दलित की घुड़चढ़ी रोकने आईं 16 महिलाओं समेत 45 पर FIR, पुलिस के रहते भी टालनी पड़ी शादी
Gujarat News in Hindi, गांधीनगर। गुजरात के अरवल्ली जिले में दलित की शादी में बाधा डालने पहुंचे पटेल समुदाय के दर्जनों लोगों पर एफआईआर हो गई। पुलिस ने 16 महिलाओं समेत 45 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस के आते ही आरोपी लोग घटनास्थल छोड़कर भागने लगे। वहीं, दूल्हा पक्ष ने पुलिस को अपने साथ हुई आपबीती बताई। दूल्हा पक्ष के अनुसार, पटेल समुदाय के लोगों द्वारा सड़क की नाकाबंदी कर घुड़चढ़ी का रिवाज रोका जा रहा था। वे लोग दलितों पर हमला करने के लिए उतारू हो गए थे, इसी बीच वहां पुलिस पहुंच गई।
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झड़प में हिंसक हुई भीड़, टालनी पड़ी शादी
जानकारी के अनुसार, जयेश राठौड़ नाम के अनुसूचित जाति के युवक की शादी रोकने के लिए पटेल समुदाय के लोगों ने पथराव किया। सभी आरोपी सड़क पर बैठ गए थे और हवन-कुंड बनाकर 'भजन-कीर्तन' करने लगे। जिसके बाद दोनों समुदायों के बीच झड़प हुई। जिसमें आक्रोशित भीड़ द्वारा पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। आखिरकार शादी को टाल दिया गया। अरवल्ली पुलिस अधीक्षक मयूर पाटील का कहना है कि दूल्हे के पिता ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद हमने प्राथमिकी दर्ज की है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
4 मई को पुलिस-सुरक्षा मांगी गई, फिर भी हो गया फसाद
पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि कार्रवाई के डर से कई आरोपी दो-तीन दिन पहले ही गांव छोड़कर भाग गए। दूल्हे के पिता ने शिकायत की थी कि पटेल समुदाय के कुछ लोगों ने शादी-जुलूस रोकने की कोशिश की थी। जिसमें उन्होंने दूल्हा जयेश राठौड़ को 4 मई को पुलिस-सुरक्षा लेने के लिए बाध्य कर दिया था। मारपीट की घटना से एक दिन पहले उन्होंने और पटेल समुदाय के नेताओं ने मोडासा ग्रामीण पुलिस स्टेशन में मुलाकात की थी, जहां इस बात पर सहमति बनी थी कि जुलूस का विरोध नहीं किया जाएगा, लेकिन बाद में फसाद हो ही गया।
10 दिन में दलितों की शादी रोकने की 4 घटनाएं हुईं
बताया जा रहा है कि शादी के दिन कुछ पुलिसकर्मी सुरक्षा तैनाती के रूप में गांव आए थे। जब यह जुलूस पटेल इलाके में पहुंचा, तो सड़कों पर बिना किसी पूर्व सूचना के धार्मिक गतिविधियां करने वाली महिलाओं को रोक दिया गया। यहीं पर दलित समुदाय के सदस्यों, पटेलों और पुलिस के बीच झड़प हुई। दलितों के खिलाफ ऐसी घटनाओं को देखते हुए दलित अधिकार समूहों ने शनिवार को अहमदाबाद में एक बैठक बुलाई है, जहां दलित अत्याचारों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। राज्य में पिछले 10 दिनों में इसी तरह की चार घटनाएं सामने आई हैं।