गुजराती किसान खेत में जहर खाकर मरा, फसल बबार्दी से तंगी थी छाई, 5 बच्चों की भी नहीं हुई थी सगाई
Gujarat news, सुरेंद्रनगर। गुजरात में किसानों की आत्महत्या के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। इन आत्महत्याओं के पीछे की बड़ी वजह फसल बर्बादी के बाद आई आर्थिक तंगी है। यहां सुरेंद्रनगर जिले में 5 बच्चों के पिता ने इसी आर्थिक तंगी के चलते अपने ही खेत में जहर खा लिया। उन्हें न सिर्फ घर की माली हालत ने तोड़कर रख दिया था, बल्कि अपने बच्चों के शादी-ब्याह की चिंता भी सता रही थी। इस वजह से मौत को गले लगाना बेहतर समझा।
यह घटना जिले में चूड़ा के कोरडा गांव की है। यहां के गजाभाई भीमाभाई सालासरा की फसल बारिश नहीं होने की वजह से बर्बाद हो गई थी। उन्होंने मुआवजे के लिए सरकार से उम्मीदें भी लगा रखी थीं, लेकिन मदद नहीं मिल पाई। ऐसे में जबकि, पूरे परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर थी तो और कुल 6 में से 5 संतानों की सगाई नहीं हो पा रही थी तो पिछले कुछ दिनों से वह भारी चिंता में डूब गए थे।
तंगी से जूझ रहे एक और किसान ने जान दी, अंतिम संस्कार के लिए भी नहीं बचे थे पैसे
परिजनों का कहना है कि बीते रोज वह अपने खेतों की ओर निकले। जहां उन्होंने जहर खाया। इसका पता चला तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन वह इलाज मिलने से पहले ही दम तोड़ चुके थे। अब परिवार में मातम छा गया है।
फसल बर्बाद हुई तो गुजरात में किसान ने जहर खाकर दी जान, बिलखती रह गईं 6 संतानें
वहीं, आस-पड़ोस के किसानों की चिंता भी बढ़ गई हैं। कुछ का कहना है कि एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा कर रही है और दूसरी ओर राज्यभर में किसानों की आत्महत्या के मामले सामने आते जा रहे हैं।बताया जा रहा है कि विगत 3 माह में यहां 8वें किसान ने जान दी है।
गुजरात में 22 साल के किसान ने जहर खाकर दी जान, 60 बीघा मूंगफली की फसल बर्बाद हो गई थी
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