दुनिया में हीरों के सबसे बड़े भंडार रूस में डायमंड इंडस्ट्री स्थापित करेंगे गुजराती, 2 देशों में हुए MoU
गांधीनगर। भारत और रूस के बीच सबंधों के विस्तार में नए अवसर पैदा हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच हीरा उद्योग पर समझौते हुए हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ 3 दिन की रूस यात्रा पर गए, जहां कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए गए। अब यह तय हुआ है कि गुजरात के उद्यमी रूस में डायमंट कटिंग व पॉलिस का कारखाना स्थापित करेंगे। केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में रूस के युकुटिया रिजन के साथ सोर्सेज ऑफ रफ डायमंड के लिए यह एमओयू हुआ।
रूस दुनिया में हीरों का सबसे बड़ा भंडार
संवाददाता के अनुसार, भारत से रूस गए प्रतिनिधि मंडल में मुख्यमंत्री रूपाणी, सरकार के आला अधिकारी व कुछ उद्योगपति सहित 28 लोग इस यात्रा में शामिल थे। गुजरात के मुख्यमंत्री ने हीरे के क्षेत्र में रूस के साथ गुजरात के व्यापार की समृद्ध संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि रूस दुनिया के सबसे बड़े हीरे के भंडार में से एक है। रूस में दुनिया के लगभग एक तिहाई हीरे उपलब्ध हैं। दूसरी ओर, भारत दुनिया में रफ डायमंड पॉलिशिंग और कटिंग का सबसे बड़ा केंद्र है।''
सूरत में दुनिया का सबसे बड़ा हीरे की पॉलिशिंग उद्योग
बता दें कि, गुजरात में 80% हीरे का प्रसंस्करण होता है और 95% प्रसंस्कृत हीरे का निर्यात भारत से दुनिया में होता है। जबकि, सूरत में दुनिया का सबसे बड़ा हीरे की पॉलिशिंग और उसे चमकाने का उद्योग है। हीरे के क्षेत्र में रूस और गुजरात की साझेदारी महत्वपूर्ण होगी।
रूस के उप प्रधानमंत्री की मौजूदगी में हुआ एमओयू
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने रूसी सुदूर पूर्व सेमिनार में भारत-रूस सहयोग के चलते गुजरात के व्यापार और उद्योग प्रतिनिधिमंडल के साथ भाग लिया। रूस के उप प्रधान मंत्री और सुदूर पूर्वी संघीय जिले के प्रेसिडेन्सीयल एन्वॉय युरी टुटनेव सेमिनार में उपस्थित थे।
भारत में सबसे बड़े विदेशी निवेश की घोषणा
हाल ही में गुजरात में संपन्न हुये वाइब्रेंट समिट 2019 में, ऊर्जा क्षेत्र में रूस की प्रमुख कंपनी, रोसनेफ्ट ने गुजरात के वाडिनार रिफाइनरी में सिंगल प्रोजेक्ट नायरा एनर्जी के लिए भारत में सबसे बड़े विदेशी निवेश की घोषणा की है। मशीन उद्योग, तेल और गैस, धातु और खनन, हीरा, पर्यटन और परिवहन, रूसी सुदूर पूर्व क्षेत्र में रसद जैसे क्षेत्र भारत और गुजरात के लिए रुचि के क्षेत्र हैं।
गुजरात और रूसी सुदूर पूर्व क्षेत्र के बीच व्यापार की नींव
रूपाणी ने गुजरात के डायमंड सेक्टर सहित विभिन्न क्षेत्रों की भागीदारी के लिए संयुक्त निवेश, उत्पादन, प्रसंस्करण और कुशल श्रम क्षेत्रों में रूसी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने की तीव्र इच्छा व्यक्त की। उन्होंने गुजरात और रूसी सुदूर पूर्व क्षेत्र के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने और गुजरात और व्लाडीवोस्तोक में एक प्रसंस्करण सुविधा स्थापित करने की भी वकालत की।
भारत औऱ गुजरात की कंपनियों के लिये उपयोगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोना और हीरा खनन, धातु विज्ञान, प्राकृतिक संसाधन के उपयोग के लिये उन्नत उपकरणों के क्षेत्र में रूस का अनुभव भारत औऱ गुजरात की कंपनियों के लिये उपयोगी साबित होगा।