10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के बाद होगा गुजरात में कैबिनेट विस्तार, अल्पेश नहीं बनेंगे मंत्री!
गांधीनगर। गुजरात में कैबिनेट का विस्तार अब विधानसभा उपचुनाव के बाद ही हो पाएगा। राज्य की 10 सीटें विधायकों से रिक्त हैं, जिन पर कुछ ही महीनों में चुनाव होंगे। जिसके बाद मुख्यमंत्री विजय रुपाणी अपनी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। सत्ताधारी दल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, उपचुनाव से पहले विस्तार की कोई संभावना नहीं है। विधानसभा के बजट सत्र की समाप्ति के बाद, मुख्यमंत्री जिला और राज्य प्रशासन में बडे पैमाने पर फेरबदल कर सकते हैं, लेकिन कैबिनेट का विस्तार नहीं करेंगे।
रुपाणी फेरबदल कर सकते हैं, किंतु कैबिनेट का विस्तार नहीं
वहीं, कांग्रेस के बागी अल्पेश ठाकोर, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव के वक्त इस्तीफा दे दिया था, उन्हें भाजपा में मंत्री पद नहीं मिलेगा। यह बात भी सचिवालय के सूत्रों ने कही है। बहरहाल यह तय है कि मुख्यमंत्री रूपानी अभी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं करना चाहते हैं, लेकिन उपचुनाव के बाद विस्तार कर सकते हैं। अल्पेश के अलावा धवल सिंह जाला भी विधायकी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए हैं, किंतु उनके मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावनाओं को नकारा जा रहा है।
इन नेताओं से छिन सकता था मंत्री पद
गुजरात सरकार में, राजस्व मंत्री कौशिक पटेल, शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा, श्रम और रोजगार मंत्री दिलीप ठाकोर, रोजगार राज्य मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी और कृषि मंत्री आरसी फलदु को कैबिनेट से ड्रॉप करने की संभावना थी, लेकिन अभी तीन महिनों में बदलाव की कोई उम्मीद नहीं है। दूसरी ओर, थराद सीट के उपचुनाव में पूर्व मंत्री शंकर चौधरी भाजपा में मजबूत दावेदार हैं। अगर पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वे मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं।
अल्पेश ठाकोर को उपचुनाव में जीतना होगा
कांग्रेस के बागी नेता अल्पेश ठाकोर और धवल सिंह जाला को भी उपचुनावों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। अल्पेश ठाकोर का मानना था कि, उन्हें भी कुंवरजी बावलिया, जवाहर चावडा और धर्मेंद्रसिंह जडेजा की तरह मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा, लेकिन पार्टी में अभी कोई उम्मीद नहीं है। हाल ही में राज्यसभा में गए जुगल ठाकोर कांग्रेसी बागी अल्पेश ठाकोर से नाराज हैं। अन्य भाजपा विधायकों और नेताओं को अल्पेश ठाकोर की भाजपा प्रविष्टि पसंद नहीं आई है।
अगस्त या सितंबर में होंगे उपचुनाव
रुपाणी के सरकारी मंत्रिमंडल का विस्तार नवरात्रि या दिवाली के दौरान होने की संभावना है, क्योंकि अगस्त के अंत या सितंबर में उपचुनाव घोषित होने की संभावना है। हालांकि, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी भाजपा के आलाकमान की अधीनता के बिना अपनी सरकार का विस्तार नहीं कर सकते हैं। वर्तमान में उन पर कोई दबाव नहीं है, इसलिए कैबिनेट के विस्तार में तीन महीने का समय निकल जायेगा।
अभी ऐसी है रुपाणी कैबिनेट
रुपाणी कैबिनेट में आरसी फलदु, भूपेंद्रसिंह चुडासमा, कौशिक पटेल, सौरभ पटेल, गणपत वसावा, जयेश राडिया, दिलीप ठाकोर, ईश्वर परमार, कुंवरजी बावलिया और जवाहर चावड़ा शामिल हैं। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के साथ 12 कैबिनेट सदस्य और राज्य स्तर पर 11 सदस्य हैं।
22 सदस्यीय मंत्रिमंडल है गुजरात में
मुख्यमंत्री के अलावा, 22 सदस्यीय मंत्रिमंडल है, जिसे 27 तक ले जाया जा सकता है। यानी अगर चार मंत्रियों को ड्रॉप किया जाता है, तो कुल नौ नये सदस्यों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
कांग्रेस से आए नेताओं को अभी मौका नहीं?
रुपाणी सरकार के तीन मंत्री कांग्रेस से आये हुए नेता हैं। अब अगर कांग्रेस के एक भी नये सदस्य को कैबिनेट में लिया जाए, तो पार्टी के विधायकों की हताशा बढ़ सकती हैं। इसलिए सरकार किसी भी बागी कांग्रेसी नेता को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं कर रहे हैं। पार्टी के आलाकमांड ने भी अभी रोक लगा रखी है।