आखिरकार पकड़ा गया गांधीनगर का 'सीरियल किलर', SIT और पुलिस की 60 टीमें खोजने में लगी थीं
गांधीनगर। गुजरात और महाराष्ट्र की राजधानी में कई लोगों की हत्या का आरोपी सीरियल किलर आखिरकार अहमदाबाद में धर लिया गया है। एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने यह कामयाबी हासिल की। वह सीरियल किलर गांधीनगर के ग्रामीण इलाकों में तीन लोगों की हत्या कर चुका था। उसने तीनों वारदातें कुबूल कर ली हैं। इस हत्यारे को पकड़ने के लिए पुलिस और एसआईटी की 60 टीमें बनाई गई थीं। एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि हत्यारोपी का नाम मोनिष माली है। उसके पास से एक पिस्तौल भी जब्त हुई है। इसी पिस्तौल से उसने वारदातें किए जाने की बात कुबूली है। उसने बताया है कि वह लूट के इरादे से हत्याएं कर रहा था। पुलिस ने आरोपी का एक स्केच भी जारी किया था।
एटीएस ने गुप्त सूचना के आधार पर दबोचा
एटीएस के मुताबिक, उक्त 'सीरियल किलर' को अहमदाबाद में सरखेज के पास नाना वणझार गाँव से पकड़ा गया है। उसने अहमदाबाद के पास अगोरा मॉल से पिस्तौल चुराई थी। पिस्तौल अगोरा मॉल में एक व्यक्ति की कार में थी और एक लैपटॉप बैग में छिपी हुई थी। पिस्तौल के साथ ही कारतूस भी चुराए थे। उनमें से उसने तीन कारतूस का इस्तेमाल लोगों की हत्या करने में किया। बहरहाल, आरोपी के पास से एक भी कारतूस नहीं मिला है। एटीएस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार किया।
महाराष्ट्र में भी फैल गया था खौफ
मालूम हो कि, जब गांधीनगर में हत्याएं हुई थीं, तो पुलिस ने जांच में पाया था कि तीनों हत्याएं एक ही तरीके से की गईं थी। गांधीनगर के एसपी मयूर चावड़ा की अगुवाई वाली एसआईटी टीम सीरियल किलर को पकड़ने में नाकाम रही थी। बाद में पुलिस ने एक संदिग्ध हत्यारे का स्केच तैयार किया था, जिसे लोगों ने रानी के रूप में पहचाना था। सीरियल किलर घटनाओं में, पुलिस के पास कुछ सीसीटीवी हाथ लगे थे उसमें किलर दिखता था, लेकिन पकडा नहीं गया था। गांधीनगर पुलिस के साथ महाराष्ट्र पुलिस भी थी, क्योंकि दो हत्यायें महाराष्ट्र में भी र्हु थी। इन हत्याओं के पीछे गांधीनगर का सिरीयल किलर होने की आशंका जताई जा रही थी।
ऐसे दिया वारदातों को अंजाम
अब यह भी पता चला है कि मोनिश ने 14 अक्टूबर 2018 को दंताली गांव में 70 हजार के गहने लूट लिए थे। उसने जयराम रबारी की हत्या कर दी थी, वह उसके द्वारा की गई पहली हत्या थी। दूसरी हत्या 9 दिसंबर, 2018 को केशवदास पटेल की हुई थी। जो कि प्रेक्षा भारती, कोबा इलाके में अंजाम दी गई थी। तीसरी हत्या 26 जनवरी, 2019 को शेरथा के पास टिंढोला गांव में ढाई लाख के गहने लूटकर की गई थी।