गुजरात: सरकारी गोदाम से करोड़ों के गेहूं-चावल गायब, अधिकारियों की मिलीभगत की मार गरीबों पर
Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात के पंचमहाल जिले के कालोल में गरीबों के लिए सरकारी गोदाम में रखा करोड़ों का अनाज रसूखदारों ने डकार लिया। इनमें कुछ अधिकारियों एवं पालिका के पदाधिकारियों के नाम उजागर हुए, जिन्हें सोशल मीडिया पर आवाज उठने के बाद आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस टीम की पड़ताल के अनुसार, पहले 1.56 करोड का अनाज गायब हुआ था, बाद में उसकी कीमत 3 करोड़ रुपए बैठी। इस अनाज में गेहूं और चावल मुख्य थे। साथ ही कपास भी थी।
अनाज घोटाले में 9 लोग अरेस्ट
इस पूरे घपले में 9 लोग अभी तक गिरफ्तार हो चुके हैं। जिनकी पहचान जीएच परमार, मुख्य प्रभारी गोदाम प्रबंधक कालोल, एस.के. वसावा (इंचार्ज), गोडाउन मैनेजर, मेहुल पटेल, आंतरिक लेखा परीक्षक, सुनील बेलदार, श्रम ठेकेदार, कालोल सरकारी अनाज गोदाम, महेंद्र बेलदार, श्रम ठेकेदार के भाई और कालोल नगर पालिका के उपाध्यक्ष, चिंतन बददार श्रम ठेकेदार के रिश्तेदार, केआर देवे, तत्काल उप जिला प्रबंधक, लालजी माहेश्वरी, तत्काल उप जिला प्रबंधक और विशाल डामोर, सहायक के तौर पर हुई। इन सभी के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।
गोधरा के जिला आपूर्ति विभाग के नायब जिला मैनेजर ने की थी शिकायत
पुलिस के मुताबिक, अभी तक की जानकारी में सरकारी गोदामों में से 3 करोड़ रुपए का अनाज गायब हुआ है, जो गरीब परिवारों के लिये लाया गया था। राजकीय व्यक्तियों के साथ घरोबो धराने वाले बेलदार बंधुओं समेत पहले कालोल में नौकरी करने वाले मैनेजर औऱ आॅडिटर पर भी इस घोटाले में शामिल होने के आरोप हैं। गोधरा के जिला आपूर्ति विभाग के नायब जिला मैनेजर ने पुलिस में शिकायत दर्द कराई थी।
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ऐसे की जा रही कार्रवाई
शिकायत के मुताबिक 2.73 करोड़ के गेहूं, 70.28 लाख के चावल औऱ 3 टीन कपास गायब है। अगर न्यायिक और तटस्थ जांच होती है, तो इस अनाज घोटाले में कुछ राजनीतिक नाम सामने आने की संभावना है। हालांकि, पुलिस धन शोधन निवारण अधिनियम और आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा-3 के तहत कार्रवाई कर रही है।