'मैं गुजरातियों का इलाज नहीं करूंगी', मरीजों से अभद्रता करते हुए बोली सरकारी हॉस्पिटल की डॉक्टर
गांधीनगर। गुजरात में नवसारी जिले के बिलिमोरा स्थित सरकारी हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर ने मरीजों से अभद्रता की। गुजरात में सेवा देने के बावजूद वह कहने लगी कि मैं गुजरातियों का इलाज नहीं करूंगी। इस पर मरीजों और उनके साथ आए तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पुलिस सरकारी हॉस्पिटल में पहुंची। जहां मरीजों ने महिला डॉक्टर और बाल रोग विशेषज्ञ स्मित तिवारी की शिकायत की। वहीं, डॉक्टर ने कहा- मैं दोषी नहीं हूं।'
बहरहाल, मामले की जांच के लिए जांच कमेटी बनाई गई है। गुजरातियों पर टिप्पणी से आहत होकर मरीज महिला डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिए हैं। डॉक्टर द्वारा मरीजों से अभद्र व्यवहार करने पर लोगों का कहना है कि ऐसी डॉक्टर नहीं चाहिए। लोगों ने पालिकाध्यक्ष से महिला डॉक्टर की शिकायत कर उसे हटाने की मांग की है। वहीं, उच्चाधिकारियों ने एक टीम को जांच-पड़ताल में लगाया है। यह टीम आरोपी महिला डॉक्टर से पूछताछ करेगी, यदि आरोप सही पाए जाते हैं तेा जांच कमेटी यह रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
इधर,
नेता
ने
हॉस्पिटल
के
अंदर
ही
डॉक्टर
चांटा
मारा
राजकोट
शहर
में
भाजपा
के
एक
पार्षद
ने
कथित
तौर
पर
वानकानेर
सिविल
हॉस्पिटल
में
ड्यूटी
पर
तैनात
एक
डॉक्टर
को
पीट
दिया।
मारपीट
की
यह
घटना
ऐसे
समय
में
हुई
है,
जब
डॉक्टरों
की
पिटाई
को
संज्ञेय
और
गैरजमानती
अपराध
घोषित
करने
पर
विचार
किया
जा
रहा
है।
डॉक्टर
का
कहना
है
कि
पार्षद
ने
सबके
सामने
जमीन
पर
पटककर
मुझे
पीटा।
इस
मामले
में
भी
अभी
जांच
पड़ताल
हो
रही
है।
वहीं,
ऐसे
अपराध
में
दोषी
पाए
जाने
पर
10
साल
की
सजा
देने
के
प्रस्ताव
पर
स्वास्थ्य
मंत्रालय
विचार
कर
रहा
है।