महा चक्रवात: गुजरात के 15 जिलों में बारिश, 24 घंटों में दिल्ली-हरियाणा के ऊपर भी बरसेंगे मेघ
गांधीनगर/दिल्ली/कोलकाता। अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान 'महा' 6-7 नवंबर की रात अपने साथ आंधी-बारिश लाया। गुजरात के 15 जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई। अभी तूफान पोरबंदर से करीब 100 किमी दूर दक्षिण-पश्चिम अरब सागर में केंद्रित है। इसके 7 नवंबर की सुबह गुजरात पहुंचने की आशंका थी, मगर रफ्तार धीमी होने के चलते यह देरी से पहुंचेगा। बहरहाल, मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि समुद्र की ओर से 150 से 180 किमी की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। चक्रवात महा दीव से होते हुए गुजरेगा, उससे पहले ही गुरुवार को 1500 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
24 घंटों मे दिल्ली-हरियाणा में भी होगी बारिश
मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों में गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल समेत 13 राज्यों में बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात बुलबुल भी 70 किमी की रफ्तार से पं. बंगाल की ओर बढ़ रहा है। गुरुवार रात तक यह कोलकाता से करीब 900 किमी दूर था।
महा चक्रवात के साथ ही सक्रिय हुआ बुलबुल
पं. बंगाल में मौसम विभाग के प्रादेशिक केंद्र से सूचना जारी की गई है कि साइक्लोन बुलबुल एक भयंकर तूफान लिए आगे बढ़ रहा है। इसकी रफ्तार 140 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि पं. बंगाल के तटीय क्षेत्र इससे ज्यादा प्रभावित होंगे। यहां आगामी 12 घंटों में भारी बारिश, आंधी और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया जा चुका है।
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इस साल का 7वां चक्रवाती तूफान है यह
मौसम विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा, "बुलबुल इस साल का 7वां चक्रवाती तूफान है। यह चक्रवात भयंकर तूफान में बदल सकता है, क्योंकि विंडस्पीड 115 से 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार ले रही है। इसकी स्पीड 140 किमी प्रति घंटे तक जा सकती है। ऐसी स्थिति में तटीय इलाकों को बड़ा नुकसान होगा।" ऐसे में राज्य में मछुआरों एवं मर्चेंट्स को समुद्री इलाके से दूर रहने को कहा गया है। राहत-आपदा बल की टीमें तैनात की गई हैं।
8-9 नवंबर को पश्चिम बंगाल होगा हिट?
मौसम विभाग ने गुरुवार सुबह बताया कि बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात के 9 नवंबर को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से टकराने की संभावना है। दोपहर को फिर अपडेट्स दिए गए कि चक्रवात ओडिशा की तरह नहीं, बल्कि पं. बंगाल और बांग्लादेश की ओर जा रहा है।
ओडिशा से नहीं टकराएगा तूफान
ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर प्रदीप कुमार जेना ने कहा है कि बुलबुल तूफान ओडिशा से नहीं टकराएगा। हालांकि, उत्तरी उड़ीसा में 9 नवंबर के बाद हल्की बारिश की संभावना है।
कहां पहुंचा बुलबुल
गुरुवार सुबह बताया गया कि बुलबुल पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से 930 किलोमीटर, ओडिशा के पाराद्वीप से 820 किलोमीटर और अंडमान के माया बंदर से 370 किलोमीटर दूर है।
14 जिलों में अलर्ट जारी
मौसम विभाग का मानना है कि सतर्कता बरतना जरूरी है। जिसके चलते ओडिशा के 14 जिलों में अलर्ट जारी किया गया। मछुआरों को भी 7 नवंबर की शाम तक वापस लौटने की चेतावनी दी गई। इससे निपटने के लिए पं. बंगाल में एनडीआरएफ की 17 टीमें तैनात की गई हैं।
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