गुजरात: कांग्रेस से टूटा एक और विधायक, इस्तीफा देकर चावड़ा भाजपा में शामिल, बनेंगे मंत्री
Gujarat News, गांधीनगर। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के एक और विधायक ने इस्तीफा दे दिया है। आशाबेन पटेल की तरह इस विधायक के भी भाजपा में शामिल होने की चर्चा हुई थीं, शुक्रवार को यह बात साफ हो गई। मानावदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जवाहर चावड़ा ने विधानसभाध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
हाथ से छूटे जवाहर चावड़ा, कमल दल में आए
अब चावड़ा के भाजपा सरकार में मंत्री बनने की कानाफूसी शुरू हो गई हैं। शुक्रवार शाम उन्होंने 4 बजे भाजपा में एंट्री ले ली। सत्ताधारी दल के कई नेताओं ने गांधीनगर में उनका मुंह मीठा कराया। उन्होंने गले में भगवा साफा पहन लिया। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के 4-5 विधायक भी इसी राह पर हैं। बहरहाल, चावड़ा को मंत्री पद सौंपे जाने की बातें हो रही हैं।
गुजरात कांग्रेस में मचे घमासान को काबू करने में फेल रहे राहुल?
गौरतलब है कि इस वर्ष की शुरूआत से ही गुजरात कांग्रेस संकट में फंसी दिख रही थी। यहां विपक्ष के अंदर नेताओं की अपने नेतृत्व से नाराजगी के चलते काफी घमासान मचा। मेहसाणा क्षेत्र की विधायक रही आशा पटेल ने इस्तीफा देकर भाजपा का हाथ थाम लिया। उनके बाद युवा विधायक अल्पेश ठाकोर और दर्जन अन्य विधायकों के भी कांग्रेस का साथ छोड़ने की खबरें आने लगीं। इस आपसी कलह और असंतुष्टि को मिटाने के लिए राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस में कई कमेटियों का गठन भी कराया, जिनमें अल्पेश ठाकोर जैसे कई नाराज नेताओं को अहम जगह दी गई। बावजूद इसके, अल्पेश के अभी भी भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
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12 मार्च को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग, उससे पहले बड़ा झटका
चावड़ा का एक ही दिन में इस्तीफा दे देकर कांग्रेस को छोड़ना संप्रग के सबसे बड़े दल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। यहां एक ओर जहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी 12 मार्च को होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग की तैयारियों में लगी है, वहीं राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा तेज हैं कि अल्पेश ठाकोर जैसे कई चेहरे कांग्रेस से टूट सकते हैं। इनमें चावड़ा ने तो चौंका ही दिया है।
भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए
वहीं, गुजरात कांग्रेस के मुखियों का कहना है कि भाजपा पैसे के दम पर उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रही है। अल्पेश के बागी तेवर संकेत दे रहे हैं कि भाजपाई नेतृत्व ने उन्हें खींचने की पूरी कोशिश की है। अल्पेश सीएम रुपाणी समेत कई बड़े सत्ताधारी लीडर्स से मुलाकात भी कर चुके हैं। वहीं, कांग्रेस के गुजरात एकम के नेताओं अपने विधायकों को पार्टी के खिलाफ जाने से रोकने में विफल रहे हैं। आपसी कलह के चलते कांग्रेस की हाईकमांड प्रदेश एकम से सख्त नाराज बताई जा रही है।
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जो भी विधायक कांग्रेस छोड़ेगा, उसका भाजपा में आशा की तरह वेलकम होगा
मालूम हो कि, गुजरात में कुछ लोकसभा सीटों पर अपनी कमजोर स्थिति को भांपते हुए भाजपाई नेतृत्व ने कांग्रेस से अलग होते विधायकों को खुले तौर पर आमंत्रित किया है। शाह ने पिछले दिनों कहा भी था कि उनकी पार्टी अच्छे लोगों को साथ लेने में नहीं हिचकेगी। इसका असर ये हुआ था कि आशाबेन पटेल जैसी ताकतवर महिला कांग्रेस विधायक भी इस्तीफा देकर भाजपा में आ गईं। अब आशाबेन पटेल के मेहसाणा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है।
भाजपा ने अपने विधायकों की संख्या 100 के पार पहुंचा ली
पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा को बराबरी की टक्कर दे चुकी कांग्रेस हार तो गई ही थी, मगर भाजपा की सरकार बन जाने के बाद से उसे विधायक भी खोने पड़े। इधर, भाजपा ने अपने विधायकों की संख्या 99 से बढ़ाकर 100 के पार पहुंचा ली।
7 विधायक और खो सकती है कांग्रेस
अंदरूनी सूत्रों ने वनइंडिया को बताया कि अभी भी कांग्रेस के करीब 7 विधायक टूट सकते हैं। इन विधायकों में अल्पेश ठाकोर, भरत ठाकोर और सोमाभाई पटेल शामिल हैं। सोमाभाई सुरेंद्रनगर की सीट से विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जबकि भरत ठाकोर बेचराजी के विधायक हैं।
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