33 हजार करोड़ हुआ अमूल का टर्नओवर, 2 साल के भीतर देना चाहता है 400 लाख लीटर दूध रोज
Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (अमूल) द्वारा 31 मार्च, 2019 को समाप्त वित्तीय वर्ष के दौरान 33,150 करोड़ रुपये का टर्न ओवर हासिल किया गया है, जिसे अमूल ब्रांड के रूप में जाना जाता है। पिछले साल के कारोबार के मुकाबले कमाई में इस साल 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अमूल से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अधिक एकीकृत दूध की उपलब्धता, नए दूध प्रसंस्करण क्षमता, नए बाजार और नए दूध उत्पादों के कारण अमूल फेडरेशन ने पिछले 9 वर्षों में 17.5% से अधिक की वार्षिक वृद्धि दर हासिल की है।
इतना ही नहीं, अमूल फेडरेशन और इससे जुड़े 18 सदस्य संघों ने 45,000 करोड़ से अधिक का अनडुप्लिकेटींग ग्रुप में कारोबार किया है, जो पिछले साल की तुलना में 13% अधिक है। फेडरेशन के संघों के माध्यम से, गुजरात के 18700 से अधिक गांवों में 36 लाख से अधिक दुग्ध उत्पादकों ने वर्ष के दौरान प्रतिदिन लगभग 230 लाख लीटर दूध एकत्रित किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
अमूल फेडरेशन के अध्यक्ष रामसिंह परमार ने कहा कि बाजार में अमूल उत्पादों की मांग में वृद्धि को देखते हुए, पांच वर्षों में अमूल का कारोबार 20% बढ़ने की उम्मीद है। अमूल अगले दो वर्षों में दैनिक 350 लीटर दूध प्रसंस्करण की क्षमता को बढ़ाकर 400 लाख लीटर प्रतिदिन करना चाहता है।
अमूल के एमडी डॉ. आरएस सोढ़ी ने कहा कि हमने सभी उत्पादों की बिक्री बढ़ाई है। पाउच मिल्क, जो सबसे बड़ा टर्नओवर उत्पाद है, जीसने सभी बाजारों में विकास दिखाया है। 2020-21 तक, अमूल 50,000 करोड़ का कारोबार करने के लिए तैयार है। अमूल ने यह उपलब्धि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दूध और उसके उत्पादों की बिक्री में प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद हासिल की है।
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