पाकिस्तान से आकर गुजरात में बसे ये लोग पहली बार डालेंगे लोकसभा चुनाव में वोट
Gujarat News in Hindi, गांधीनगर। लोकसभा चुनाव (general election 2019) में इस बार गुजरात में बसे हुए पाकिस्तान मूल के लोग भी वोट डाल पाएंगे। यहां कच्छ में रह रहे 89 लोगों को पहली बार मताधिकार मिला है। पाकिस्तान से भागकर वे हिंदुस्तान में दाखिल हुए थे और कच्छ को अपना ठिकाना बनाया। सरकार ने 2016 में सूबे ऐसे 176 लोगों को भारतीय नागरिकता दी थी। जिसके बाद 2017 में 26, 2018 में 46 और वर्ष 2019 के चुनावों के लिए 89 लोगों को भारतीय नागरिक के तौर पर प्रमाणित किया गया।
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भारतीय नागरिकता के साथ दी गईं ये सुविधाएं
अधिकारियों के मुताबिक, कच्छ में आकर बसे परिवारों को सांसद को चुनने का अधिकार पहली बार मिला है। यहां कलेक्टर के पास अब भी 23 आवेदन मौजूद हैं, जिनमें भारतीय नागरिकता मांगी गई है। जिन्हें नागरिकता मिली है, उन्हें चुनाव कार्ड, राशन कार्ड, लाइसेंस और आधार कार्ड समेत सभी कार्ड भारतीय नागरिकता के लिये प्रदान किये जा रहे हैं।
नागरिकता नहीं मिलने से काफी मुसीबतें झेलनी पड़ीं
बताया जा रहा है कि कच्छ में रहने वाले कुछ शरणार्थी ऐसे भी हैं, जो 1971 के युद्ध के बाद आए थे। भारतीय नागरिकता नहीं मिलने की वजह से उनको काफी मुसीबतें झेलनी पड़ीं। हालांकि, 2016 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक गजट प्रकाशित किया और जिला कलेक्टर को नागरिकता प्रदान करने की नीति को नरम किया। उसी वजह से कच्छ में 89 लोगों को भारतीय नागरिकता मिली। उस से पहले भी भारत सरकार ने पाकिस्तान से आए हुए शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की है।
गुजरात में कुल वोटरों की संख्या 4.50 करोड़ के पार हुई
वहीं, चुनाव आयोग (Election commission of india) के नए आंकड़ों के मुताबिक, सूबे में 10,50,407 नए मतदाता जुड़े हैं। यानी, यहां लोकसभा चुनाव में पहली बार 10 लाख युवा वोट डाल सकते हैं। राज्य में कुल वोटरों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। गुजरात में 4.51 करोड़ वोटर हो गए हैं। इन वोटरों के साथ ही अब पाकिस्तान से आकर बसे हिंदू बहुल शरणार्थी भी भारतीय नागरिक के तौर पर लोकसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे।