1200 करोड़ का बोगस बिलिंग मामला: अहमदाबाद में छुपकर रह रहा राजू ठक्कर अरेस्ट, इंदौर लाया गया
Gujarat News, गांधीनगर। मध्यप्रदेश में 1200 करोड़ के बोगस बिलिंग घोटाले का सूत्रधार रहा राजू ठक्कर आखिरकार गुजरात में पकड़ लिया गया है। सेन्ट्रल जीसएसटी के दस्ते ने उसे अहमदाबाद के नरेरूनगर से अरेस्ट किया है और इंदौर ले जाया गया है। 1200 करोड़ की बोगस बिलिंग करने के बाद राजू ठक्कर पर 150 के 200 करोड रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के आरोप हैं।जीएसटी अधिकारियों की टीम ने जब अहमदाबाद में उसे पकड़ने के लिए छापे मारे तो गुजरात के जीएसटी अधिकारियों ने उनकी मदद की।
ऐसे पकड़ा गया राजू खारिया उर्फ राजू ठक्कर
जीएसटी अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी राजू खारिया उर्फ राजू ठक्कर के नाम से जाना जाता है। उसने 30 से अधिक डीलरों के साथ बोगस बिलिंग में यह 1200 करोड़ रुपये का घोटाला किया था। घोटाले के बाद राजू ठक्कर इंदौर से भाग निकला था औऱ अहमदाबाद में छुपने के लिये आया था। इंदौर सीजीएसटी के अधिकारियों को पता चला था कि राजू ठक्कर गुजरात के अहमदाबाद में छुपा है, इसलिये वह अहमदाबाद आए थे। कुछ दिनों तक राजू ठक्कर पकडा नहीं गया क्योंकि, वह अपना लोकेशन बदल रहा था। आखिरकार, एक होटल के पास गिरफ्तार कर लिया गया।
इंट्रोगेशन इंदौर में ही होगा
माना जाता है कि इस घोटाले में कई चार्टर्ड एकाउंटेंट भी शामिल हैं। मध्यप्रदेश की सीजीएसटी टीम ने मेहूल खारैया औऱ जगदीश कानानी को हिरासत में लिया था। उसके बाद उन लोगों के कहने पर राजू ठक्कर का नाम इस घोटाले में सामने था। राजू ठक्कर ने चार्टर्ड एकाउंटेंट और 30 डीलरों के सहयोग से 150 से 200 करोड़ रुपये की बोगस इनपुट टेक्स क्रेडिट ली। अब राजू का इंट्रोगेशन इंदौर में होने वाला है।
मजदूर औऱ गरीबों के आधार और पैनकार्ड का इस्तेमाल किया था
जीएसटी के एक अधिकारी ने बताया कि राजू ठक्कर को रेकी के बाद पकड़ा गया। 47 बोगस कंपनियां के दस्तावेज भी उसके पास के बरामद किये गये हैं। पता चला है कि दिसंबर 2018 में मजदूर औऱ गरीबों के आधार और पैनकार्ड का इस्तेमाल करके सरकार को 200 करोड़ रुपये का चूना लगाया था।