राघवेंद्र से बना 'ज्योति', मीठी-मीठी बातों में फंसाकर झारखंड से बुलाया और फिर...
फिरोजाबाद। 2 अगस्त को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में हुई हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फिरोजाबाद पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से बाइक, एक तमंचा, मोबाइल एवं कारतूस बरामद किए है। वहीं, पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल करते हुए ऐसी बातें बताईं, जिन सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई।
एसपी देहात राजेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया कि 2 अगस्त को सिरसागंज थाना क्षेत्र के नगल मानसिंह में सतेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में थाना नगला खंगर क्षेत्र के इशहाकपुर निवासी राघवेंद्र उर्फ काके और उसके साथी अनिल यादव को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी राघवेंद्र उर्फ काके ने बताया कि उसने धोनई निवासी प्रदीप की हत्या की साजिश रची थी, लेकिन गलती से सतेंद्र के गोली लग गई और उसकी मौत हो गई।
राघवेंद्र का कहना है कि वर्ष 2014 में एक लड़की के चक्कर में प्रदीप पुत्र अजयपाल सिंह ने इशहाकपुर से धौनई बुलवाकर पिटवाया था। उस घटना के बाद प्रदीप बाहर नौकरी करने चला गया था, लेकिन राघवेंद्र उससे रंजिश मानने लगा। करीब नौ महीने पहले राघवेंद्र को फेसबुक के माध्यम से पता चला है कि प्रदीप झारखंड में नौकरी कर रहा है। उसने ज्योति नाम से लड़की की फेसबुक आईडी बनाई और प्रदीप को फ्रेंड बनाकर उससे मोबाइल नंबर ले लिया।
राघवेंद्र ने बताया कि वॉइस चेंजर एप से ज्योति बनकर प्रदीप से बात करता रहा। उसे मीठी-मीठी बातों में फंसाया और झारखंड से फिरोजाबाद बुला लिया। हत्या वाले दिन भी उसने ज्योति बनकर ही प्रदीप को बुलाया था। प्रदीप के साथ उसका दोस्त सतेंद्र भी आया था। आरोपियों ने फायर किया। गोली सतेंद्र को लगी। उसकी मौत हो गई। पुलिस ने राघवेंद्र एवं उसके दोस्त अनिल को जेल भेजा है।
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